मुख्यमंत्री ने कहा तो जाइए, आपको रोका किसने है
कैबिनेट बैठक में बुधवार को पीएससी उम्मीदवारों की उम्र के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कुछ कहना चाह रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन्हें बीच में बोलने से रोक दिया। इस पर प्रद्युम्न नाराज हो गए। उन्होंने कहा, जब हमें बोलने ही नहीं दिया जाता तो कैबिनेट क्यों अटेंड करें। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा तो जाइए, आपको रोका किसने है।
प्रद्युम्न जाने लगे तो सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी सहित अन्य मंत्रियों ने उन्हें रोका। मंत्री तोमर और राजपूत ने कहा कि बैठक में कुछ मंत्रियों को ही बोलने दिया जाता है। इस पर कमलनाथ समर्थक मंत्री सुखदेव पांसे और तरुण भनोत नाराज हो गए।
गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, विवाद जैसी कोई बात नहीं
पांसे ने कहा, कैबिनेट बैठक में इस तरह बात नहीं की जाती। यह सुनकर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तेज आवाज में कहा, मंत्री अपना दर्द बता रहे हैं। इसी क्रम में मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा, अफसर हमारे निर्देशों का पालन ही नहीं कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आप मंत्री हो, आपको अपने अधिकार मालूम होना चाहिए। खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा, हमें पता है कि अफसर किसके इशारे पर हमें तवज्जो नहीं दे रहे हैं। यह सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे भी पता है कि आप किसकी दम पर इतना बोल रहे हैं।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा मंत्री कैबिनेट में अपनी बात रखते हैं। सीएम उनकी बातों को तवज्जो भी देते हैं। विवाद जैसी कोई बात नहीं हुई है।
आखिर में मंत्री बोले बैठक में जो भी हुआ, वह यहीं खत्म किया जाए
इस मामले में नगरीय प्रशासन मंत्री जयवद्र्धन सिंह और सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह दोनों पक्ष के मंत्रियों को समझदारी से बात करने की समझाइश देते रहे। बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत किया।
कैबिनेट बैठक में मौजूद अन्य मंत्रियों ने कहा, यहां जो कुछ भी हुआ है, वह यहीं खत्म किया जाए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में एक मंत्री ने पूरा घटनाक्रम ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोबाइल ऑन रखकर सुनाया।