विधानसभा : सचिवालय में 600 से अधिक कर्मचारी हैं, लेकिन अभी रुटीन काम-काज ही निपटाया जा रहा है। राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान का ऐलान होने के साथ विधान शाखा में सक्रियता बढ़ी है। सचिवालय का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिला है। हालांकि, यहां मुख्य द्वार पर प्रवेश के दौरान सभी का टेम्प्रेचर इत्यादि चैक होता है, लेकिन कर्मचारी इसे नाकाफी मानते हैं। वे कहते हैं कि जहां जरूरत हो वहां के कर्मचारियों को बुलाया जाए। यदि संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम अपनाया जाए। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।
राजभवन : यहां अब तक 11 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। सुरक्षा की दृष्टि से सभी अधिकारी-कर्मचारियों और कर्मचारी आवास में निवासरत उनके परिजनों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है। राज्यपाल सचिवालय बंद कर दिया गया है, लेकिन जरूरी काम-काज के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को आना पड़ता है। हालांकि, यहां सैनेटाइजेशन सहित सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि का पूरा पालन हो रहा है। हमेशा यह डर लगा रहता है कि यहां फिर कोई संक्रमित न निकल आए।
मंत्रालय, विधानसभा, राजभवन सहित विभागाध्यक्ष कार्यालय सतपुड़ा और विंध्याचल भवन में कोरोना पॉजिटिव कर्मचारी सामने आ चुके हैं। हाईपावर कमेटी की बैठक बुलाई जाकर कोई ठोस निर्णय किया जाए, लेकिन आश्चर्य है जिम्मेदार अधिकारी इसे हल्के में ले रहे हैं।
– सुधीर नायक, अध्यक्ष, मंत्रालय कर्मचारी संघ
कोरोना संक्रमण का खतरा है, ऐसे में जरूरत के मुताबिक ही कर्मचारियों को सचिवालय में बुलाया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होने से कर्मचारी भयभीत हैं। सचिवालय का एक रिपोर्टर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से खतरा और बढ़ गया है।
– रामनारायण आचार्य, संरक्षक, मप्र विधानसभा सचिवालय कर्मचारी संघ