जगकि भोपाल जिले में कोविड को लेकर कोई सख्ती और नियम लागू नहीं हैं। ऐसे में लोग लापरवाह हो गए हैं। माना जा रहा है इसी का परिणाम है कि 10 जून की रिपोर्ट में 200 सैंपलों में से 21 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
ये पिछले डेढ़ से दो माह में बड़ा आंकड़ा है। इधर, वैक्सीनेशन को लेकर भी लोगों में लगातार लापरवाही बनी हुई है। यहां तक की मैसेज के बाद भी लोग वैक्सीन बूस्टर डोज नहीं ले रहे।
ये भी एक बड़ी लापरवाही है, जानकारों का कहना है कि यदि जल्द ही वैक्सीनेशन और सोशल डिस्टेंस को लेकर कुछ नहीं किया तो एक बार फिर से मामला बिगड़ सकता है।
ट्रेनों में कोरोना प्रोटोकॉल लागू
देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना संक्रमण की चौथी लहर की दस्तक और बढ़ते हुए केसों को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में फिर से कोविड प्रोटोकाल लागू करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत यात्रियों को अब स्टेशन के प्लेटफार्म व ट्रेन में यात्रा करते समय मास्क लगाना जरूरी होगा। इसको लेकर शुरुआत में रेलवे ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है, लेकिन यदि संक्रमण की दर बढ़ती है, तो इन कोरोना नियमों का पालन सख्ती से कराया जाएगा, जिसके तहत यात्रियों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को भोपाल एवं रानी कमलापति स्टेशन पर चेङ्क्षकग अभियान चलाया। डीआरएम सौरभ बंधोपध्याय ने यात्रियों से प्रोटोकॉल पालन की अपील की है।
यात्रियों को दी गई समझाइश
रेल प्रशासन यात्रियों से प्लेटफार्म और ट्रेनों मास्क लगाने और सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की जा रही है। रेलवे के मुताबिक इस क्रम मे गृह मंत्रालय के 22 मार्च 2022 को जारी निर्देशों के क्रम में रेल मंत्रालय द्वारा जारी अद्यतन स्टैंडर्ड ऑपरेटिं प्रोटोकाल के तहत यात्री अगर ट्रेन से यात्रा करने वाले हैं या रेलवे स्टेशन जाने वाले हैं, तो वे मास्क जरूर लगाकर जाएं।