scriptमास्क नहीं लगाया तो फिर बढ़ेगा कोरोना संक्रमण | Corona infection will increase again if not mask wear | Patrika News

मास्क नहीं लगाया तो फिर बढ़ेगा कोरोना संक्रमण

locationभोपालPublished: May 29, 2021 01:02:05 pm

Submitted by:

Hitendra Sharma

देश-विदेश की यूनिवर्सिटी और विशेषज्ञों ने चेताया,सीएम शिवराज सिंह ने कोरोना संक्रमण पर की गई स्टडी देखी।

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भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को आइआइटी कानपुर, आइआइटी हैदराबाद सहित अन्य संस्थाओं पर कोरोना पर की गई स्टडी देखी। सभी में एक बात कॉमन थी कि बिना मास्क के कोरोना संक्रमण बढेगा। जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन, दिल्‍ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स, इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मीट्रिकस एंड इवेल्यूशन, सेंटर फॉर मैथमेटिकल मॉडलिंग फॉर इनफेक्शियस डिजीज, आईआईटी कानपुर, आईआईटी हैदराबाद और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु के तुलनात्मक अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया कि आने वाले समय में भी संक्रमण रोकने के लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना और वैक्सीनेशन जरूरी होगा।

18 से 44 उम्र वाले ज्यादा प्रभावित
स्टडी में पाया गया कि मध्यप्रदेश में 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों के कोरोना प्रकरणों में कमी आई है, वही सर्वाधिक प्रकरण 18 से 45 वर्ष आयु समूह के हैं। जनवरी माह से तुलना करने पर 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों के प्रकरण 20 फीसदी से घटकर 13 फीसदी हो गए हैं। 45 से 60 वर्ष तक की उम्र वालों के केस 25 से घटकर 22 फीसदी रह गए हैं। वही 18 से 45 वर्ष वालों के प्रकरण 49 से बढ़कर 58 फीसदी हुए हैं। 18 से कम उम्र वालों के प्रकरण ५5.8 से बढ़कर 6.6 प्रतिशत हो गए हैं।

अस्पतालों में 31156 बेड
बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में तीसरी लहर की तैयारी के लिए जिलों के सरकारी अस्पतालों में बिस्तरोंकी संख्या 11997 से बढ़ाकर एक 3156 कर ली जाएगी। जिला अस्पतालों में बच्चों के लिए बिस्तरों की संख्या 1659 कर ली जाएगी। इसी प्रकार शासकीय मेडिकल कॉलेजों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 13335 कर ली जाएगी। वहां बच्चों के लिए बिस्तरों की संख्या 1501 कर ली जाएगी।

कम प्रभाव तो ज्यादा सजगता जरूरी
स्टडी में बताया गया है कि ऐसे क्षेत्र जहां संक्रमण का कम असर है, वहां पर अधिक सतर्कता की आवश्यकता है, वहां सघन सर्वे किया जाना चाहिए। जहां संश्मण कम है वहां भविष्य में अधिक संक्रमण की आशंका है। आने वाले समय में मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक सतर्कता बरते जाने की जरूरत है। साथ ही कोविड अनुरूप व्यवहार, वैक्सीनेशन और नए वेरिएंट को दूंढना जरूरी है। ट्रेसिंग, क्वॉरंटीन और टेस्टिंग भी आवश्यक है।

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