जो व्यक्ति आर्थिक रूप से सक्षम हैं, वे अस्पताल को भुगतान करें
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों की कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान सीएम ने कहा- कोरोना के उपचार के लिए कोई राशि नहीं ली जा रही है। समाज का बहुत बड़ा वर्ग यह राशि नहीं दे सकता। अस्पतालों में दाखिल होने वाले समाज के समर्थ तबके के रोगियों को उपचार लाभ प्राप्त करने के पश्चात स्वैच्छिक रूप से चिकित्सा देयक का भुगतान करना चाहिए। सीएम ने समाज के सम्पन्न वर्ग से अपील की कि वे बिना तकलीफ के यदि इलाज की राशि दे सकते हैं तो इसके लिए आगे आना चाहिए। यह समूचे स्वास्थ्य तंत्र, चिकित्सा संस्थान और समाज के लिए दिया गया सहयोग होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों की कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान सीएम ने कहा- कोरोना के उपचार के लिए कोई राशि नहीं ली जा रही है। समाज का बहुत बड़ा वर्ग यह राशि नहीं दे सकता। अस्पतालों में दाखिल होने वाले समाज के समर्थ तबके के रोगियों को उपचार लाभ प्राप्त करने के पश्चात स्वैच्छिक रूप से चिकित्सा देयक का भुगतान करना चाहिए। सीएम ने समाज के सम्पन्न वर्ग से अपील की कि वे बिना तकलीफ के यदि इलाज की राशि दे सकते हैं तो इसके लिए आगे आना चाहिए। यह समूचे स्वास्थ्य तंत्र, चिकित्सा संस्थान और समाज के लिए दिया गया सहयोग होगा।
14वें स्थान पर है मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में 2 से 16 सितम्बर तक पॉजीटिविटी रेट 8.9 रहा। इसके साथ ही फैटेलिटी रेट 2 प्रतिशत रहा, जो निरंतर कम हो रहा है। देश में एक्टिव रोगियों की संख्या के मान से मध्यप्रदेश 14वें क्रम पर है। मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट 76.8 प्रतिशत कई प्रदेशों से बेहतर है।
मध्यप्रदेश में 2 से 16 सितम्बर तक पॉजीटिविटी रेट 8.9 रहा। इसके साथ ही फैटेलिटी रेट 2 प्रतिशत रहा, जो निरंतर कम हो रहा है। देश में एक्टिव रोगियों की संख्या के मान से मध्यप्रदेश 14वें क्रम पर है। मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट 76.8 प्रतिशत कई प्रदेशों से बेहतर है।
आयोजन में हो सीमित लोग
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि भीड़ एकत्र होने वाली गतिविधियों को नियंत्रित किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए इस वर्ष गरबा के आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही दुर्गात्सव में पूर्व में भेजे निर्देशों के अनुरूप चल समारोह न निकालने, दुर्गाजी की प्रतिमा की ऊंचाई छह फीट की सीमा में रखने, झांकी में पंडाल का साइज 10×10 फीट की सीमा में रखने और दस लोगों की सीमित संख्या में विसर्जन में उपस्थिति के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि भीड़ एकत्र होने वाली गतिविधियों को नियंत्रित किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए इस वर्ष गरबा के आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही दुर्गात्सव में पूर्व में भेजे निर्देशों के अनुरूप चल समारोह न निकालने, दुर्गाजी की प्रतिमा की ऊंचाई छह फीट की सीमा में रखने, झांकी में पंडाल का साइज 10×10 फीट की सीमा में रखने और दस लोगों की सीमित संख्या में विसर्जन में उपस्थिति के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया।