गांधी मेडिकल कॉलेज के श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉॅ. पराग शर्मा बताते हैं कि जब मरीजों का सैंपल लिया जाता है, तब उसका मोबाइल नंबर भी लिया जाता है। जीएमसी की लैब में होने वाली जांच रिपोर्ट नेगेटिव होने पर मोबाइल पर मैसेज दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि रिपोर्ट पब्लिक डोमेन पर नहीं दी जाएगी, ना ही उसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
क्वॉरंटीन को लेकर फिर हुआ विवाद
कोरोना सैंपलिंग और इलाज में लगे गांधी मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को क्वॉरंटीन को लेकर मंगलवार को एक बार फिर विवाद की स्थिति बनी। मंगलवार को कलेक्टर तरुण पिथोड़े हमीदिया अस्पताल पहुंचे और क्वॉरंटीन को लेकर बात की। जानकारी के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन ने 4 जून से क्वॉरंटीन की व्यवस्था खत्म कर दी है। हालांकि कलेक्टर से मुलाकात के दौरान मेडिकल टीचर्स, जूनियर डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने कलेक्टर से कहा कि क्वॉरंटीन खत्म करने से कोरोना योद्धाओं और उनके परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।