प्रदेश में अलर्ट, ऐसे मरीजों के लिए बेड आरक्षित
राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कालेज और जिला चिकित्सालय में कोरोना वायरस को लेकर 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं। मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधीर डहेरिया ने जांच केन्द्र का निरीक्षण कर तैयारियों की जानकारी ली। डॉ. डहेरिया ने बताया कि कोरोना वायरस आमतौर पर सामान्य सर्दी, जुकाम, खांसी और नाक बहने का होता है। हल्का बुखार भी आता है। इसके बाद वो शरीर के अंगों पर घातक असर करता है।
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट पर आने वाले विदेशी यात्रियों के नूमने को लेकर उन्हें जांच के लिए पुणे की लैब में भेजा जाएगा। विदेशी यात्रियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एयर इंडिया के साथ जेट एयर और अन्य विमान कंपनियों से टाइअप किया है। इन कंपनियों के एक-एक अधिकारी स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ रहेंगे।
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस के लक्षण स्वाइन फ्लू जैसे हैं। इसके संक्रमण के फलस्वरूप नाक बहना, बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, सिर में तेज दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ। इसके बाद इससे पीड़ित मरीज थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी मिल रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड में भी एक परिवार के इस वायरस की चपेट में आने की जानकारी सामने आई है। पालतू जानवर कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। 2011 के अध्ययन के अनुसार, बिल्लियों में संक्रामक पेरिटोनिटिस हो सकता है। एक पैंट्रोपिक कैनाइन कोरोना वायरस बिल्लियों और कुत्तों को संक्रमित कर सकता है।
बरतें जरूरी सावधानियां
अपने हाथ साबुन-पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें। खांसते या छींकते हुए अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें। जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें। मीट व अंडों को खाने से पहले अच्छे से पकाएं। जंगली और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं। भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं, खास तौर पर चीन से सफर कर लौटे व्यक्ति से दूर रहें। सब्जी और फलों को खाने से पहले अच्छी तरह धोएं। जिन देशों या जगहों पर इस बीमारी का प्रकोप फैला है, वहां यात्रा करने से बचें। सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक यातायात के साधनों में कुछ भी छूने या किसी से हाथ मिलाने से बचें।
इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं
इधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में कोरोना वायरस को लेकर अहम जानकारी और सलाह साझा की है। उसने कहा है कि इसका इलाज एंटीबायोटिक्स से संभव नहीं है। उसने कहा है कि एंटीबायोटिक्स वायरस से निपटने में सक्षम होते हैं, बैक्टीरिया से नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने आधिकारीक वेबसाइट पर यह सूचना दी है। अभी तक वायरस को रोकने या इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं है। एडवाइजरी में लोगों को चीन जाने से परहेज करने का आग्रह किया है।