वहीं कोरोना वायरस के कारण 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं 442 लोगों का इलाज जारी है। यहां पर सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और केरल में देखने को मिले हैं। इन सब के बीच सोशल मीडिया पर CovidLock नाम का एक रैनसमवेयर फैलाया जा रहा था। साथ ही कोरोना ट्रैकर नाम का ऐप भी आ गया है। लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है।
इन ऐप को कर दें अनस्टॉल
बीते कई दिनों से CovidLock नाम का एक रैनसमवेयर फैलाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि ये कोरोना वायरस को ट्रैक कर सकता है। वहीं कई जगहों पर ‘कोरोना सेफ्टी मास्क’को खरीदने का लिंक भी शेयर किया जा रहा है। आपको बता दें कि यह एक टिपिकल वायरस है जो दूसरी डिवाइसेज में SMS के जरिए जाता है और यूजर्स को फेस मास्क के जरिए लालच देता है। साथ ही ऐसा कोई भी ऐप नहीं है जो कोरोना वायरस को ट्रैक करता है। यह सिर्फ एक तरीके का लालच है।
चोरी कर लेता है कॉन्टैक्ट्स
आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह ऐंड्रॉयड वॉर्म एक साथ सारे कॉन्टैक्ट्स चोरी कर लेता है और एक डाउनलोड लिंक के साथ मेसेज एक साथ सबको भेज देता है। इसका मकसद एक साथ ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक पहुंचना है।
रिसर्च के दौरान एक डोमेन का भी पता चला, जिसका नाम ‘coronavirusappsite’ है। यह ऐंड्रॉयड रैनसमवेयर दावा कर रहा है कि यूजर के आसपास कोरोनावायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति होने पर यह नोटिफाई कर देता है। इसलिए ऐसे किसी भी लिंक पर न क्लिक करें और न ही कोई ऐप डाउनलोड करें।