दरअसल, गुरुवार को अर्थात लॉकडाउन के दूसरे दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1.70 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज का एलान किया। यह राहत पैकेज अगले तीन महीने के लिए है। वित्त मंत्री ने मुफ्त गैस सिलिंडर, महिलाओं के जनधन खाते में राशि, किसानों को आर्थिक मदद करने का ऐलान किया। इन सब एक बात कॉमन थी, वो थी ‘3 महीना’।
ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या भारत सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन कर के 90 दिनों का प्लान सामने रख दिया और इस प्लान में ही सरकार मास्टर प्लान छुपा हुआ है। क्या आने वाले समय में लॉकडाउन की मियाद बढ़ भी सकती है
21 दिनों का लॉकडाउन
मंगलावर को पीएम मोदी देश को संबोधित करते हुए देशवासियों से तीन हफ्ते अर्थात 21 दिन मांगे थे और 24 मार्च को रात 12 बजे से 21 दिनों के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। अर्थात अगले 14 अप्रैल तक लोग अपने-अपने घरों में कैद रहेंगे। लेकिन गुरुवार को वित्त मंत्री ने जिस तरह से 90 दिनों की राहतों का ऐलान किया, इससे साफ हो गया है कि भारत सरकार आगे की तैयारियों को लेकर आगे बढ़ रही है और लॉकडाउन की मियाद को आगे भी बढ़ा सकती है।
मंगलावर को पीएम मोदी देश को संबोधित करते हुए देशवासियों से तीन हफ्ते अर्थात 21 दिन मांगे थे और 24 मार्च को रात 12 बजे से 21 दिनों के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। अर्थात अगले 14 अप्रैल तक लोग अपने-अपने घरों में कैद रहेंगे। लेकिन गुरुवार को वित्त मंत्री ने जिस तरह से 90 दिनों की राहतों का ऐलान किया, इससे साफ हो गया है कि भारत सरकार आगे की तैयारियों को लेकर आगे बढ़ रही है और लॉकडाउन की मियाद को आगे भी बढ़ा सकती है।