मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से हर कोई परेशान हो उठा है। प्राय: 3 या 4 दिन का बुखार आता है और मरीजों के फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। जांच में पता चला है कि इस दौरान फेफड़े औसतन 35 प्रतिशत तक संक्रमित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि स्ट्रेन में बदलाव के कारण यह परेशानी हो रही है।
जेपी अस्पताल के मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉक्टर योगेंद्र श्रीवास्तव के अनुसार वायरल के स्ट्रेन में हर बार बदलाव आते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। नए स्ट्रेन की वजह से मरीज परेशान हो रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार दिक्कत से बचने के लिए मरीजों को टेस्ट जरूर कराना चाहिए और जांच के बाद जरूरत पड़ने पर इंफ्लूएंजा वेक्सीन लगवा लेना चाहिए।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस (Coronavirus) आरएनए वायरस का एक समूह है (RNA Viruses) जो मनुष्यों के साथ ही पक्षियों को भी प्रभावित करता है। विशेष तौर पर फेफड़े को संक्रमित करता हैं जोकि घातक भी हो सकता है इंसानो में हल्की और सामान्य सर्दी की तरह हो सकता है। कोरोना वायरस यानि COVID-19 की महामारी में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है।