डॉ. सचिन नायक ने अपनी पत्नी और बच्चे की खातिर खुद को दूर कर लिया और अस्पताल के परिसर में ही अपनी कार को घर बना लिया। अब वे अस्पताल के कामकाज के बाद इसी घर में आराम करने पहुंच जाते हैं। जब भी बच्चे और पत्नी की याद आती है तो वीडियो कॉल करके उनको देख लेते हैं। बाकी समय में किताबें पढ़ते हैं और लेपटॉप पर अध्ययन करते देखे जा सकते हैं।
शाजापुर जिले के एक गांव के रहने वाले डाक्टर सचिन नायक ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि इस संक्रमण से बचने के लिए जो मेरे वश में था, वो मैंने किया और प्रशासन के जो वश में हो वे कर रहा है। पत्नी और बच्चे को संक्रमण नहीं लग जाए इसलिए डॉक्टर सचिन नायक ने कार को ही घर बना लिया है। जब भी अस्पताल से समय मिलता है वे उसमें आराम करने पहुंच जाते हैं।
वे बताते हैं कि अस्पताल में उन्हें भी कोरोना का खतरा रहता है, इसलिए अपने घर पत्नी और बच्चे तक इस महामारी का वायरल नहीं पहुंच जाए, इसलिए वे अस्पताल से छूटकर सीधे अपनी कार तक पहुंच जाते हैं। अब कार ही उनका दूसरा घर है। वे एक सप्ताह से अपनी छोटी से कार में ही रहते हैं वहीं सोते भी हैं।
डॉ. सचिन नायक अपनी कार में बैठकर लेपटॉप पर काम कर रहे थे। जब लोगों की नजर उन पर पड़ी तो देखते ही देखते उनकी तस्वीरें भी वायरल हो गई। वे कहते हैं कि उनका भी घर है, तीन साल का बच्चा है। मुझे अस्पताल में रहकर कोरोना वायरस का खतरा है। यदि मैं घर जाऊंगा तो बच्चे और पत्नी को भी खतरा बढ़ जाएगा। ऐसे में मैंने हालात सामान्य होने तक कार में ही रुकना उचित समझा।
तस्वीरों को मुख्यमंत्री ने भी किया सलाम
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डाक्टर सचिन नायक की फोटो ट्वीट पर शेयर की है। उन्होंने लिखा है कि यदि आप जैसे #COVID19 के विरुद्ध युद्ध लड़ रहे योद्धाओं का मैं और सम्पूर्ण मध्यप्रदेश अभिनन्दन करता है। इसी संकल्प के साथ हम सब निरंतर आगे बढ़ें, तो यह महायुद्ध और जल्द जीत सकेंगे। सचिन जी, आपके जज्बे को सलाम!
मध्यप्रदेश में बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमित
मध्य प्रदेश की बात करें तो मंगलवार तक 274 कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इनमें इंदौर 151, भोपाल 75, मुरैना 12, जबलपुर 8, उज्जैन 8, खरगोन 4, बड़वानी 3, ग्वालियर, शिवपुरी और छिंदवाड़ा में 2-2, विदिशा में एक संक्रमित मिला। अब तक इंदौर में 10, उज्जैन में 3, भोपाल, छिंदवाड़ा, खरगोन में एक-एक की मौत हो गई। इसमें इंदौर 11, जबलपुर 3, भोपाल 2, शिवपुरी और ग्वालियर में एक-एक मरीज स्वस्थ्य होने पर घर भेज दिया गया।