निगम के उच्चाधिकारियों से लेकर विधानसभा-मंत्रालय से जुड़े अफसरों तक पर शक की सुई है। ड्राइवरों से लेकर कर्मचारियों-अधिकारियों से तत्कालीन निगमायुक्त छवि भारद्वाज ने बात की और आरोप तय किए। मामले की जांच अभी चल रही है। करीब एक दर्जन कर्मचारी इसमें सस्पेंड हैं। तत्कालीन निगमायुक्त छवि भारद्वाज के ट्रांसफर के बाद जांच लगभग बंद हो गई और उसका ही नतीजा है कि चोरी अब तक जारी है। डीजल पंप से रोजाना करीब 900 वाहनों में डीजल भरा जाता है।
निगम के वाहनों में कर डीजल चोरी रोकने के लिए जीपीएस लगाने का काम किया जा रहा है। पहले ये काम आईएसबीटी में होता था अब इसे डीजल पंप पर ही सुबह किया जा रहा है। रोजाना 20 से 25 वाहनों में जीपीएस लगाए जा रहे हैं। अब तक 300 वाहनों में ये लग चुके हैं। अगले 20 से 25 दिन में सभी वाहनों में जीपीएस लगाने का लक्ष्य रखा है। इससे पता चल जाएगा कि वाहन चला या नहीं। जिन वाहनों में जीपीएस लग गए उसकी रोजाना की रिपोर्ट डीजल टैंक प्रभारी और निगमायुक्त दोनों के पास पहुंचना शुरू हो गई है।
– प्रेमशंकर शुक्ला, इंचार्ज, डीजल टैंक, नगर निगम
मध्य प्रदेश में अब ओबीसी क्रीमी लेयर आठ लाख रुपए सालाना आमदनी से ज्यादा की होगी। आठ लाख रुपए तक की आय वाले व्यक्ति के परिवार को ओबीसी आरक्षण का लाभ मिलेगा। अभी छह लाख तक की सालाना आय पर ओबीसी आरक्षण का लाख मिल रहा था। केंद्र सरकार ने 13 सितंबर 2017 को क्रीमी लेयर आठ लाख रुपए करने का आदेश जारी किया था। इसी के संदर्भ में मध्यप्रदेश में ओबीसी क्रीमी लेयर नियम में संशोधन आदेश जारी किए गए हैं। 14 साल में क्रीमी लेयर का दायरा चार गुना बढ़ चुका है।