भोपालPublished: Nov 12, 2022 11:25:07 am
Manish Gite
PEDIATRIC CENTER- अब तक मरीज को जयपुर, मुंबई और दिल्ली जाना पड़ता था...>
भोपाल। नवजात शिशु से लेकर 5 साल तक के बच्चों की विकृतियों को दूर करने एम्स में सपोर्टर बनाए जा रहे हैं। अब तक इसके लिए मरीज को जयपुर, मुंबई और दिल्ली जाना पड़ता था। साथ ही संग्रहालय में मौजूद जानकारी से किस तरह के बाहरी अंग लगवाना चाहिए, यह फैसला लेना भी आसान होगा। यह उपकरण बनाने की जिम्मेदारी प्रॉस्थेटिक्स व ओर्थोटिक्स स्मिता पाठक को दी गई है। बच्चों की शारीरिक विकृतियों को दूर करने एम्स में पीडियाट्रिक ऑर्थोटिक्स अनुभाग शुरू हुआ है।