मध्यप्रदेश के इंदैर में रहने वाले एक अनाथ बच्चे को मां-बाप का प्यार मिल गया है। ढाई साल पहले जिस बच्चे को उसके असली माता-पिता ने लसूड़िया थाने के पास छोड़कर अनाथ बना दिया, उसे अब माता-पिता का प्यार मिलेगा। सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) के दिशानिर्देश और कोर्ट के माध्यम से इस बच्चे को इटली के टेग्लीब्यु अल्बर्टो और सिल्वा डेनिक्ला ने गोद लिया है। इंदौर बाल कल्याण समिति ने बच्चे को मुक्त घोषित किया है। इसके बाद संस्था ने उसे गोद देने की प्रक्रिया शुरू की।
राज नामक इस स्पेशल चाइल्ड के दत्तक माता-पिता उसे लेने गुरुवार को इंदौर लेने पहुंचे। बच्चे का आईक्यू कम है। इस कारण वह साढ़े छह साल की उम्र में पांच साल के बच्चे की तरह बात करता है। यही वजह है कि इटली के दंपती ने उसे गोद लेने का निर्णय लिया। 7 नवंबर, 2017 को बच्चे के असली माता-पिता ने जब छोड़ा था, तब वह न उनका नाम बता पा रहा था, न पता। ऐसे में चाइल्ड लाइन ने उसे विजय नगर क्षेत्र स्थित संजीवनी सेवा संगम के शिशुगृह को सौंपा। संस्था ने उसके माता-पिता या परिवार वालों को खोजने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं मिले। इस बीच बच्चे ने अपनी स्कूली पढ़ाई शुरू की और इस बार केजी 1 की परीक्षा भी दी। संजीवनी सेवा नवदीप शिशु कल्याण के अनुसार बच्चे को इडोप करने इटली से दंपति परिवार आया है। आज ये परिवार बच्चे को लेकर इटली जाएंगे।