अशोका गार्डन निवासी 25 वर्षीय शंशाक इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा है। उसके पिता की गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में फैक्टरी है। शशांक के अनुसार रात करीब ग्यारह बजे ग्यारह सौ क्वार्टर इशान को छोडऩे आया था। उसके जाने के बाद श्रुति और दो युवक कार में जबरन घुस आए। वह मुझे कार से प्रोफेसर कॉलोनी और छोटे तालाब के किनारे ले गए। करीब एक घंटे तक उन्होंने मारपीट करते रहे। उसके बाद उन्होंने वीडियो दिखाते हुए चाकू अड़ाकर इशान को बुलाने को कहा। इसके बाद हम चुनाभट्टी आ गए। मैंने इशान को कॉल करके बुला लिया। उन्होंने उससे भी गाली-गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इशान अपना फोन निकालकर डायल-100 को कॉल करने की कोशिश करने लगा। वह उससे फोन छुड़ाने लगे। डर के कारण इशान चलती गाड़ी से आइआइएचएम के सामने कूद गया। उसके गिरने के बाद हम गाड़ी रोककर उसके पास आए, तो वह बेहोश था। मैं उनसे इशान को पास के निजी अस्पताल में ले जाने के लिए कहता रहा था, लेकिन वह नहीं माने।
( जैसा शशांक नैनवानी ने पुलिस को दिए बयान में बताया )
होश नहीं आने की वजह से इशान के बयान नहीं हो सके हैं। बताया गया कि जब इशान कार से कूदा तब कार की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। इशान करीब 15 फीट तक सड़क पर घिसटता गया। बेसुध होने पर आरोपी ही कार से उसे अस्पताल लेकर गया।
दो घंटे बाद शशांक ने दी पिता को सूचना
घायल इशान के पिता एनएल सिंह गुर्जर का कहना कि इशान को आरोपी फरहान हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचा। जहां पर दो घंटे तक फरहान शशंाक को धमकाता रहा। देर रात शशांक का फोन आया। तब उसने घटना के बारे में बताया। इसके बाद बेटे की नाजुक हालत देख उसे बंसल अस्पताल लेकर आया।
मिमिक्री के वीडियो वायरल को लेकर विवाद
बताया गया कि दीवाली की रात इशान और उसके दोस्त यश एक स्थान पर जमा हुए थे। जहां पर फरहान की मिमिक्री किसी यश नाम के लड़के ने की थी। जिसका वीडियो किसी ने चुपके से अपने मोबाइल में बना लिया था। वीडियो वायरल होने के बाद फरहान को संदेह था कि इशान ने ही वायरल किया है। इतना ही नहीं उस वीडियो में जितने युवक दिखाई दे रहे हैं, उन सभी को फरहान ने मारपीट की धमकी दी थी। वीडियो में नजर आने वाले शशांक के साथ वह मारपीट कर चुका था।
-संजय साहू, एएसपी