कोहेफिजा थाना पुलिस के मुताबिक अभिषेक नागर पुत्र राजकुमार नागर (24) ग्राम हिनौती सड़क, गुनगा का रहने वाला था। वह पैथौलॉजी लैब चलाता है। उसकी एक लैब बैरसिया और दूसरी चिरायु हॉस्पिटल में है। पिता सुल्तानिया हॉस्पिटल में पर्चा बनाते हैं। सोमवार शाम करीब साढ़े 7 बजे वह बाइक से घर जाने के लिए निकला था। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर पीएम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर ट्रक चालक के खिलाफ तेजी व लापरवाही से ट्रक चलाने का प्रकरण दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
पहुंच गया बुआ के बेटे से मिलने
बुआ के बेटे दीपक ने बताया कि वह उससे मिलने रेस्टोरेंट आया था, जहां से वह घर जाने के लिए निकला। दीपक और उसका दोस्त दूसरी बाइक पर उसके पीछे थे। वह मुंह पर बंधे कपड़े को सही करने लगा, तभी सड़क पर पड़ी गिट्टी के कारण उसकी बाइक अनियंत्रित हो गई। अभिषेक खुद को संभाल पाता, तब तक वह सड़क पर गिर पड़ा और बगल में चल रहा गैस सिलेंडर से भरा ट्रक उसे कुचलता हुआ निकल गया। पहिए की चपेट में आने के कारण अभिषेक का सिर बुरी तरह से कुचल गया था, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
बुआ के बेटे दीपक ने बताया कि वह उससे मिलने रेस्टोरेंट आया था, जहां से वह घर जाने के लिए निकला। दीपक और उसका दोस्त दूसरी बाइक पर उसके पीछे थे। वह मुंह पर बंधे कपड़े को सही करने लगा, तभी सड़क पर पड़ी गिट्टी के कारण उसकी बाइक अनियंत्रित हो गई। अभिषेक खुद को संभाल पाता, तब तक वह सड़क पर गिर पड़ा और बगल में चल रहा गैस सिलेंडर से भरा ट्रक उसे कुचलता हुआ निकल गया। पहिए की चपेट में आने के कारण अभिषेक का सिर बुरी तरह से कुचल गया था, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
नहीं लगाया था हेलमेट
बताया जाता है मृतक अभिषेक हेलमेट लगाए होता, तो शायद उसकी जान बच जाती। हादसे के समय अभिषेक के पिता उसके मोबाइल पर फोन लगा रहे थे, लेकिन अभिषेक ने फोन अटैंड नहीं किया था। फोन दोबारा बजने लगा तो पुलिस ने उसे अटैंड किया। बातचीत के दौरान पहले युवक का नाम और पता पूछा, फिर परिजनों को हादसे की सूचना दी। अभिषेक तीन भाईयों में सबसे छोटा था। उसका सबसे बड़ा भाई नगर निगम में नौकरी करता है, जबकि उससे छोटा इंजीनियर है। अभिषेक सबसे छोटा भाई था।
बताया जाता है मृतक अभिषेक हेलमेट लगाए होता, तो शायद उसकी जान बच जाती। हादसे के समय अभिषेक के पिता उसके मोबाइल पर फोन लगा रहे थे, लेकिन अभिषेक ने फोन अटैंड नहीं किया था। फोन दोबारा बजने लगा तो पुलिस ने उसे अटैंड किया। बातचीत के दौरान पहले युवक का नाम और पता पूछा, फिर परिजनों को हादसे की सूचना दी। अभिषेक तीन भाईयों में सबसे छोटा था। उसका सबसे बड़ा भाई नगर निगम में नौकरी करता है, जबकि उससे छोटा इंजीनियर है। अभिषेक सबसे छोटा भाई था।