पुलिस के मुताबिक, अयोध्या नगर निवासी 22 वर्षीय भूषण मोहड़कर आईटी इंजीनियर हैं। उनके पिता एमपीईबी से रिटायर्ड हैं। वह रात में अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने के बाद अपने एक साथी को गांधी नगर छोडऩे गए। तड़के पांच बजे वह वापस लौटते समय भूषण की कार आशाराम चौराहे के पास टर्न लेते समय अनियंत्रित होकर सीधे डिवाइडर से जा भिड़ी। कार की रफ्तार इतनी अधिक थी कि अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसी बीच कार में आग लग गई। इसकी सूचना पाकर गांधी नगर थाने के प्रधान आरक्षक मोहन सोलंकी, आरक्षक रामबाबू मौके पर पहुंचे और कार में फंसे इंजीनियर को बाहर निकाला।
साहस की जुबानी: आग लगते ही कार लॉक हो गई
तड़के करीब 5:11 बजे सूचना मिली। करीब तीन मिनट बाद मैं और साथी आरक्षक रामबाबू मौके पर पहुंचे। जहां, एक युवक सीट में फंसा दिखा। वह बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन चोट लगने, कार का गेट लॉक होने की वजह से वह निकलने में असमर्थ रहा। हमने कांच तोड़कर उसे बाहर निकाला। तब तक फायर टीम भी आ गई थी। अगर, थोड़ा विलंब हो जाता था तो बड़ा हादसा हो सकता था।
मोहन सोलंकी, प्रधान आरक्षक
तड़के करीब 5:11 बजे सूचना मिली। करीब तीन मिनट बाद मैं और साथी आरक्षक रामबाबू मौके पर पहुंचे। जहां, एक युवक सीट में फंसा दिखा। वह बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन चोट लगने, कार का गेट लॉक होने की वजह से वह निकलने में असमर्थ रहा। हमने कांच तोड़कर उसे बाहर निकाला। तब तक फायर टीम भी आ गई थी। अगर, थोड़ा विलंब हो जाता था तो बड़ा हादसा हो सकता था।
मोहन सोलंकी, प्रधान आरक्षक
कार पूरी तरह जलकर हो गई खाक
पुलिस हादसे की वजह कार चालक का नींद का झोंका लगना मान रही है। आग से कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बताया गया कि फायर बिग्रेड ने पानी की बौछार की लेकिन वह आग पर काबू नहीं पा सके। करीब 15 मिनट के अंदर कार जलकर खाक हो गई।
पुलिस हादसे की वजह कार चालक का नींद का झोंका लगना मान रही है। आग से कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बताया गया कि फायर बिग्रेड ने पानी की बौछार की लेकिन वह आग पर काबू नहीं पा सके। करीब 15 मिनट के अंदर कार जलकर खाक हो गई।
हादसे की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचकर दोनों पुलिस कर्मियों ने कार में फंसे युवक की त्वरित मदद की। इससे एक बड़ा हादसा बच गया।
लोकेश सिन्हा, सीएसपी निशातपुरा
लोकेश सिन्हा, सीएसपी निशातपुरा