अब तक उस पर 13 अपराध दर्ज हो चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, शक्ति नगर निवासी 67 वर्षीय माधुरी दीक्षित गृहणी हैं। उनके पति एमके देशमुख की मौत हो चुकी है। माधुरी ने पुलिस को बताया कि उनके पति ने वर्ष 1980 में शक्ति नगर में आठ कमरों का मकान बनवाया था। मकान में उनके तीनों बेटे सुधाकर, अविनाश, विजय का परिवार रहता है। छोटे बेटे की बेटी खुद को पत्रकार बताने वाले अनम इब्राहिम के एनजीओ में काम करती है। पोती के साथ अनम कई बार घर आ चुका है।
करीब दो माह पहले शाम करीब चार बजे अनम कुछ गुंडों के साथ घर पहुंचा। वह घर में घुसकर गाली-गालौच करने लगा। धमकी दी कि तुम यह मकान खाली कर दो नहीं तो तुम्हारा मर्डर करा दूंगा। उसकी धमकी से डरकर माधुरी ने शोर मचाया तो उनके दो बेटे-बहू पहुंच आए। इसके बाद अनम ने धमकाया कि मकान नहीं खाली हुआ तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। इसके बाद आरोपी भाग निकला।
बेटे पर करा चुका जानलेवा हमला
माधुरी ने पुलिस को बताया कि पिछले साल अनम ने गुंडे से मिलकर बेटे अविनाश पर चाकू से जानलेवा हमला करा दिया था। हमला करने वाला गुंडा अभी भी जेल में है। जबकि अनम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। माधुरी का कहना है कि अनम उसकी पोती को बहला फुसलाकर अपने गंदे जाल में फांस लिया है। दोनों मिलकर मेरे परिवार की हत्या कर मकान हड़पने की साजिश रच रहे हैं।
जनसंपर्क से अधिमान्यता निरस्त
इधर, पुलिस ने जनसंपर्क विभाग को अनम की राज्य स्तरीय अधिमान्यता निरस्त करने के लिए पत्र लिखा है। पुलिस ने पत्र में लिखा कि अनम के खिलाफ अपराधिक मामले हैं। उसकी अधिमान्यता निरस्त की जाए। जनसंपर्क ने पुलिस की नोटशीट पर कार्रवाई शुरू कर दी है।