थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार ने बताया कि बुधवार रात करीब 11 बजे पुलिस आईएसबीटी के सामने सड़क पर वाहनों की चैङ्क्षकग कर रही थी। इसी बीच एमपी नगर की तरफ से स्कूटी सवार दो युवकों को पुलिस ने रोका। पुलिस ने इनसे वाहन के दस्तावेज मांगे। इस पर युवकों ने कहा कि दस्तावेज नहीं हैं, जल्दी चालान बना दीजिए। उन्हें हबीबगंज स्टेशन से पंजाब मेल ट्रेन पकडऩी है।
इसी बीच पुलिस की नजर स्कूटी पर रखे बैग पर पड़ी। संदेह होने पर पुलिस ने युवकों को बैग चेक कराने के लिए कहा। इस पर वह आना-कानी करने लगे। पुलिस ने बैग उठाने की कोशिश की काफी वजनी लगा। आशंका होने पर बैग की तलाशी ली तो उसमें सोना-चांदी मिला। युवकों की पहचान चाणक्यपुरी चौराहा ऐशबाग निवासी सतेन्द्र सिंह भदौरिया, लकी कुशवाह के रूप में हुई है। दोनों ने बताया कि वह कारगो कुरियर कंपनी में जॉब करते हैं।
कोड वर्ड से सिल्ली में लिखी पहचान
चांदी की सिल्ली में कोड वर्ड से पहचान लिखी गई है। पुलिस दोनों युवकों से जब कोड वर्ड के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बताने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि कोडवर्ड मुंबई में जिसे डिलेवरी देने है, वही समझ सकता है। आवश्यकता पडऩे पर पुलिस आगे की जांच के लिए मुंबई भी जा सकती है।
चांदी की सिल्ली-सोने के टुकड़ों को मुंबई भेज तैयार कराते हैं जेवर
पुलिस को जानकारी मिली कि शहर के ज्वेलर्स ब्लैक में खरीदे गए सोने-चांदी को गलाकर मुंबई भेजते हैं। मुंबई से वह अपनी पसंद के जेवर बनवाते हैं। कुरियर से सोना-चांदी भेजा जाता है। जिससे टैक्स नहीं देना पड़ता। पुलिस अब कुरियर कंपनी से उन ज्वेलर्स के नाम पता लगा रही जिन्होंने सोना-चांदी बुक कराया था।