तीन बहनों में इकलौत भाई था
आशीष अपने तीन बहनों में इकलौता भाई था। उसके चचेरे भाई की जल्द ही शादी होनी है। जिसकी खरीददारी के लिए वह पिपरिया से भोपाल शनिवार की सुबह आया था। उसकी मौत की खबर लगने के बाद उसे घर में मातम पसरा है।
घटना के चश्मदीद दीपक बाथरे ने बताया कि तीनों आरोपी दुकान के सामने से निकलने का रास्ता ब्लॉक कर रहे थे। तभी मैंने उन्हें हटने के लिए कहा। तीनों ने रास्ता दिया। मैं बाइक खड़ी कर आशीष भैया की कार के पास पहुंचता। इससे पहले तीनों आरोपी पीछे से आए और मुझे मारने लगे। मुझे पिटता देख आशीष समेत उनके दोस्त बीच-बचाव करने पहुंचे। मैं गुमठी में छिप गया। तभी आरोपियों में किसी ने आशीष के सीने पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में उनकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों आरोपी बाइक से भाग निकले। लहूलुहान हालत में आशीष को अस्पताल पहुंचाया गया।
बस स्टॉप और पूरी सड़क पर कब्जा
प्रभात चौराहे के पास कलारी के सामने दोनों तरफ के मार्ग पर बने बस स्टॉप पर शाम से ही शराबियों का कब्जा हो जाता है। महिला यात्रियों के साथ आए रोज नशेड़ी छेड़छाड़ करते हैं। विवाद की घटनाएं आम हैं। स्थानीय थाना पुलिस घटना की सूचना मिलने पर ही मौके पर पहुंचती है। जबकि प्रभात चौराहे पर ट्रैफिक थाना, ऐशबाग थाना, अशोका गार्डन थाने की पुलिस हर पल तैनात रहती है। लेकिन शराब कारोबारी के चलते कोई कार्रवाई नहीं करती है।