सुभाष कॉलोनी निवासी जगदीश पिता गोविंद पटेल (३२) आरटीआई एक्टिविस्ट हैं। उन्होंने बताया कि हमारे क्षेत्र में जुआ और सट्टा चल रहा है। इससे युवा बरबाद हो रहे हैं। इससे परेशान होकर मैंने थाने में इसकी शिकायत कर दी। इस पर पहले पुलिस मुझ पर ही दबाव बनाने लगी कि मैं आवेदन वापस ले लूं। जब मैंने आवेदन वापस लेने से मना कर दिया तो मेरे पास लाखन ने फोन किया और उसने मुझे गोली
मारने की धमकी दी। इसके बाद अख्तर का फोन आया और उसने भी मुझे धमकी दी। मैंने इसकी थाने में फिर शिकायत की। पुलिस ने पहले तो मामला दर्ज नहीं किया। काफी दौड़ लगाने के बाद सिर्फ लाखन के खिलाफ ही मामला दर्ज किया। इसके साथ अशोका गार्डन पुलिस मेरे ऊपर दबाव बना रही है। थाना प्रभारी खुद मुझे ये धमकी दे रहे हैं कि मैंने आवेदन वापस नहीं लिया तो दुष्कर्म केस में फंसा देंगे। मैंने इस मामले में आईजी जयदीप प्रसाद और
डीआईजी धमेंद्र चौधरी से इसकी शिकायत की है।
डीआईजी धमेंद्र चौधरी से इसकी शिकायत की है।
शिकायत पर एफआईआर क्यों करता जगदीश अड़ीबाजी करता है। मैं जब भोपाल आया तो मुझे पता चला कि जगदीश हमारे स्टाफ के साथ मिलकर लोगों के साथ अड़ीबाजी कर रहा है और लोगों को परेशान कर रहा है। इसकी शिकायत मैंने वरीष्ठ अधिकारियों से की। इसके बाद उन पुलिसकमर्मियों का ट्रांसफर हो गया। इसके बाद जगदीश का थाना आना-जाना बंद हो गया है। इसी को लेकर वो बार-बार मेरी शिकायत कर रहा है। मैं अगर धमकी देता तो उसकी शिकायत पर एफआईआर क्यों करता।
– सुनील श्रीवास्तव, थाना प्रभारी अशोका गार्डन
– सुनील श्रीवास्तव, थाना प्रभारी अशोका गार्डन