हैदर की गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश की पुलिस इन नेताओं की सिक्यूरिटी को भी रिव्यू कर सकती है। उसके बाद सुरक्षा के और चाक चौबंद व्यवस्था किए जा सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। साथ ही अभी वह सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी हैं। मध्यप्रदेश के अलावे वह हर दिन दूसरे प्रदेशों के दौरा पर रहते हैं।
इससे पहले मंगलवार को एनआई की टीम ने मध्यप्रदेश के इंदौर से बर्धमान ब्लास्ट के आरोपी जहिरुल शेख को गिरफ्तार किया था। जहिरुल पिछले चार सालों से मध्यप्रदेश के इंदौर में मजदूर बनकर रह रहा था। लेकिन उसके पड़ोसियों को भी इस बात की भनक तक नहीं थी। एनआईए की टीम ने जहिरुल की गिरफ्तारी को काफी गोपनीय तरीके से अंजाम दिया था। सूचना लीक नहीं हो इसके लिए स्थानीय थाने को भी खबर नहीं दी थी।
आतंकी संगठनों के लिए मध्यप्रदेश सेफजोन बनता जा रहा है। इससे पहले भी मध्यप्रदेश से कई आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही विंध्य का इलाका सिमी का गढ़ रहा है। भोपाल सेंट्रल जेल ब्रेक कांड में भी सिमी के कई आतंकी मारे गए थे। वहीं, पंजाब के नाभा जेल ब्रेक कांड का आरोपी भी मध्यप्रदेश में ही छिपा हुआ था। ऐसे में माना जा सकता है कि आतंकी संगठन प्रदेश में कोई आतंकी घटना को अंजाम दिए बिना प्रदेश का इस्तेमाल स्लिपर सेल के तौर पर कर रहे हैं।
कुछ दिन पहले सीधी के लड़के को यूपी एटीएस की टीम ने प्रयागराज से गिरफ्तार किया था। यह युवक पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के आकाओं के लिए टेरर फंडिग का काम करता था। लेकिन अभी तक जो भी घटनाएं घटी हैं, उसकी जानकारी राज्य की खुफिया एजेंसियों को नहीं लगी। ऐसे में दो दिन में दो गिरफ्तारियों के बाद राज्य की एजेंसियों को अलर्ट रहने की जरूरत है।