एएसआई अजय वाजपेयी ने बताया कि 27 वर्षीय लवकुश पाण्डेय अहीर मोहल्ला जहांगीराबाद में रहता है। लवकुश प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। पास ही भोजनालय में खाना खाने जाने के दौरान उसकी पहचान वर्ष 2019 में बैरागढ़ निवासी घनश्याम नामक युवक से हुई थी। घनश्याम ने उससे कहा कि मेरी रेलवे में काफी पहचान है और मैं तुम्हारी नौकरी लगवा सकता हूं लेकिन इसके एवज में 6 लाख रूपए देने होंगे। जनवरी 2020 में युवक ने घनश्याम को अपनी नौकरी लगवाने के लिए अपने दादा के रिटायरमेंट से मिले पैसों में से 3 लाख रूपए नगद दे दिए। कुछ दिन बाद घनश्याम ने उसे एक ज्वाइनिंग लेटर दिया और फिर 3 लाख रूपए चेक के माध्यम से ले लिए। जब युवक ज्वाइनिंग के लिए मुंबई वेस्टर्न रेलवे के ऑफिस पहुंचा तो उसे पता चला कि वह ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है। उसने वापस भोपाल लौटकर घनश्याम को कॉल कर अपने पैसे मांगे। पहले तो घनश्याम ने उसे टरकाया लेकिन बार-बार कॉल करने पर उसने 3 लाख रूपए का चेक दिया। लवकुश ने जब चैक पैमेंट के लिए बैंक में जमा करवाया तो चैक बाउंस हो गया। इस बीच आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर लिया, जब काफी दिनों तक पैसे नहीं मिले तो बुधवार शाम युवक ने थाने पहुंचकर पुलिस को शिकायत की।