डॉ प्रमोद शंकर सोनी ने बताया कि रविवार को सुबह उनके पास एक व्यक्ति का कॉल आया जिसने स्वयं को इंडियन आर्मी का मेजर बताते हुए आर्मी के 50 सोल्जर्स के खाने पीने और एक दिन रुकने हेतु उनके मैरिज गार्डन में बुकिंग के लिए पूछताछ की। उसने बताया कि सेना की एक बटालियन कश्मीर से बैंगलोर जा रही है बीच में भोपाल में स्टे करेगी। उनका रहने और खाने-पीने का इंतजाम करना है। शक होने पर सोनी ने पूछा कि सेना तो अपने इंतजाम खुद करती है फिर प्राइवेट व्यवस्था क्यों कर रहे हैं। इस पर उसने बताया कि सेना सीक्रेट मिशन पर जा रही है इसलिए किसी को बताना नहीं है। उन्होंने उससे आईकार्ड मांगा तो उसने व्हाट्स एप पर सेना का कैंटीन वाला कार्ड डाला जिसमें नाम कोई दूसरा लिखा था और वो अपना नाम कुछ और बता रहा था। उसका कहना था कि जो भी पूरी राशि बने उसका आधा वो अभी उनके खाते में ट्रांसफर कर देगा, इसके लिए उन्होंने जब उसे रेट बताया तो उसने यह कहते हुए एकाउंट नंबर मांगा कि आधी राशि वह अभी उनके खाते में ट्रांसफर कर देगा। उसकी साजिश समझ में आने पर सोनी ने एकाउंट नंबर नहीं बताया और उसकी शिकायत पुलिस से करने की बात कही तो उसने फोन काट दिया। इसके बाद वह लगातार फोन लगाते रहे उसने फोन नहीं उठाया और फिर बंद कर दिया। उसने व्हाट्सएप पर भी इस संबंध में चैट की।
ठगी से बचने भोपाल सायबर क्राइम ने जारी की है यह एडवायजरी – किसी को भी अपना खाता नंबर, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड नंबर या मोबाइल पर आने वाला ओटीपी नहीं बताएं।
– यदि आवश्यकता ना हो तो स्क्रीन शेयरिंग एप्लिकेशन डाउनलोड ना करें।
– यदि आवश्यकता ना हो तो स्क्रीन शेयरिंग एप्लिकेशन डाउनलोड ना करें।
– किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर ऑनलाइन पेटीएम का केवाईसी अपडेट ना करवाएं।
– किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन ना करें। – अपने फेसबुक एकाउंट का पासवर्ड भी बदलते रहें।
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