पुलिस के मुताबिक 4 अप्रैल को अरेरा कॉलोनी निवासी डॉ संजीव गुलाटी ने घर के बाहर खड़ी कार में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आग लगा दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर एक लाल रंग की मोपेड क्रमांक एमपी 04 यूजे 7323 से एक युवक बॉटल से पेट्रोल कार पर उडेलता दिखा। इसी तरह 20 अप्रैल को कमल तेनगुरिया की कार में इसी एक्टिवा सवार द्वारा आग लगाने की जानकारी मिली।
250 फुटेज चेक किए पुलिस ने शहर भर के विभिन्न मार्गों में लगे आईटीएमएस और सीसीटीवी कैमरे चैक किए तो पता चला कि इसी वाहन से पिपलानी और इंद्रपुरी में भी चार पहिया वाहनों, कूलर शॉप में आग लगाई गई थी। पुलिस ने वाहन नंबर के आधार पर अयोध्या नगर निवासी 38 वर्षीय नीलेश गुप्ता को हिरासत में लिया।
पैसों को लेकर बहस का लेता था बदला नीलेश गुप्ता ग्रेजुएट है और कूलर शॉप चलाता है। उसके पिता राजकमल गुप्ता क्राॅकरी की दुकान चलाते थे जोकि करीब ढ़ाई करोड रूपए लोगोंं के लेकर 2020 से गायब हैं। पिता द्वारा लिए पैसों को लेकर आए दिन कुछ लोग उसकी शॉप पर आकर बहस करते थे तो वो लोग जिन वाहनों से आते थे उनके नंबर नोट कर लेता था और वाहनों में रात में आग लगा देता था। इसके पीछे आरोपी का तर्क था कि वह धमकाने वालों को डराता था और उसे संतुष्टि मिलती थी। दुकान में भी कई बार वह लोगों से घूरने की बात पर झगड़ पड़ता था।
डॉक्टर की कार से दुकान पहुंचे लोगों से हुआ था विवाद बताया जा रहा है कि आरोपी ने जिस डॉक्टर की कार जलाई उससे भी कुछ दिन पहले दो लोग दुकान पर अपने पैसे वापस मांगने पहुंचे थे। पुलिस को आरोपी के पिता राजकमल गुप्ता और छोटे भाई की लोकेशन रीवा में मिली है।
पत्नी को गार्ड चेक करने का बोलकर निकलता था घर से नीलेश गुप्ता निजामुद्दीन कॉलोनी के पास कूलर की शॉप संचालित करता है। नीलेश आगजनी की घटना करने के लिए पत्नी से गार्ड चेक करने का कहकर रात के समय घर से निकलता था। वारदात के बाद वह पुलिस से बचने के लिए मुख्य मार्गों के बजाय मोपेड से गलियों से जाता था।