जांच करने और लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि गांव के ही चंदरसिंह गुर्जर का प्रेम-संबंध मृतिका भूरीबाई के साथ था, भूरीबाई की मौत के बाद से वह घर पर नही है। पुलिस ने चंदरसिंह की तलाश शुरू की। कुछ ही घंटों में मुखबिर सूचना पर आरोपित चंदरसिंह गुर्जर (45) पिता दौलाजी गुर्जर को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में चंदरसिंह ने बताया कि, उसके एवं मृतिका भूरीबाई के बीच करीब 12 साल से प्रेम-संबंध थे। पिछले कई दिनो से आरोपी को संदेह था कि भूरीबाई अन्य व्यक्तियों से भी बातचीत करती है। यह चंदरसिंह को अच्छा नही लगता था। इसी शक के चलते उसने भूरीबाई के सिर एवं गर्दन और पीठ पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
पूछताछ में चंदरसिंह ने बताया कि, उसके एवं मृतिका भूरीबाई के बीच करीब 12 साल से प्रेम-संबंध थे। पिछले कई दिनो से आरोपी को संदेह था कि भूरीबाई अन्य व्यक्तियों से भी बातचीत करती है। यह चंदरसिंह को अच्छा नही लगता था। इसी शक के चलते उसने भूरीबाई के सिर एवं गर्दन और पीठ पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी।