शूटर इरफान को थी आमिर के शिकारी होने की जानकारी, फिर भी भेजता रहा कारतूस
एसटीएफ ने पकडे थे 520 जिंदा कारतूस...

भोपाल। वन्य प्राणियों के शिकार के लिए कारतूस भेजने वाला जयपुर के नेशनल शूटर इरफान को आमिर के शिकारी होने की पूरी जानकारी थी। उसे पता था कि आमिर पूर्व में बेगमगंज में वन जीव के शिकार के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। उसकी लाइसेंसी बदूंक भी कोतवाली थाना पुलिस दर्ज कर चुकी है।
इसके बावजूद भी वह आमिर को कारतूस भेजता रहा। इधर, इरफान परिजनों से पूछताछ, आम्र्स लाइसेंस की जांच के लिए जयपुर पहुंची एसटीएफ की टीम को उसके परिजन नहीं मिल सके। घर में ताला लगा मिलने पर पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों से इरफान के परिजनों के बारे में जुटाया, लेकिन कोई लीड नहीं मिली। इंस्पेक्टर देवेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में चार सदस्यीय एसटीएफ टीम जयपुर में उसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।
आशंका है कि इरफान के कारनामे में उसके परिजनों की भी मिलीभिगत होगी। यही वजह कि परिवार घर पर ताला लगाकर गायब हो गया। एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस से इरफान के अपराधिक रिकोर्ड के बारे में भी पता कर रही है। मालुम होकि एसटीएफ ने एसटीएफ ने वर्मा ट्रेवल्स की बाल्वो बस में सवार फिजा कॉलोनी भोपाल निवासी सलमान अली के पास से 520 जिंदा कारतूस बरामद किए थे।
सलमान की निशानदेही पर एसटीएफ ने जयपुर निवासी इरफान को पकड़ा था। इरफान ने बताया था कि मोती मस्जिद, भोपाल निवासी आमिर ने वन्य जीवों का शिकार करने के लिए उससे कारतूस मंगाता है। आमिर की पुलिस तलाश में जुटी है। इरफान के परिवार का जयपुर में सिल्वर फाइल बनाने की फैक्ट्री है।
आमिर की सरगर्मी से तलाश
एसटीएफ आमिर की सरगर्मी से तलाश में जुटी है। इसके अलावा एसटीएफ उसके घर पर मिले शिकार के फोटो में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान करने में में जुटी है। एसटीएफ को आशंका है कि फोटो में दिख रहे सभी शख्स शिकारी हैं। वह आमिर के गिरोह में शामिल हैं।
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