कोलार के साथ अपराध में पांच टाप फाइव थानों में छोला मंदिर, हबीबगंज, निशातपुरा, टीटी नगर थाना शामिल हैं, जहां सबसे अधिक संगीन अपराध हो रहे हैं। हाल ही में हुए तीन साल के मासूम वरुण अपहरण हत्याकांड में कथिततौर पर पुलिस की लापरवाही से कोलार थाना प्रदेश समेत देशभर में सुर्खियों में रहा।
ये करना होगा
कोलार क्षेत्र में आबादी भी बढ़ी है। किराएदारों की संख्या भी अच्छी खासी है। मकान मालिकों को किरायदारों का पुलिस वेरिफिकेशन भी कराना होगा।
सोसाइटी में आवाजाही करने वालों पर गार्ड को निगरानी बढ़ानी होगी। संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल पुलिस को सूचना देनी होगी।
अपराध की बड़ी वजह : आबादी का बढऩा, पेट्रोलिंग कम होना
कोलार समेत इन पांचों थानों में अपराध बढऩे की बड़ी वजह बाहरी आबादी का लगातार बढऩा है। कोलार की स्थाई-अस्थाई आबादी करीब ढाई लाख से अधिक है। जबकि कोलार थाने में महज 69 पुलिसकर्मियों का स्टॉफ है। जनसंख्या-पुलिस के सरकारी अनुपात के अनुसार प्रति 547 व्यक्ति पर 1 पुलिसकर्मी होना चाहिए।
इन पांच थानों में सबसे अधिक संगीन अपराध
सभी 42 थानों की स्थिति
हत्या – 24
लूट – 56
अपहरण – 319
बलात्कार- 192
नकबजनी – 439
कुल: 1030
(नोट: आंकड़े विधानसभा में विधायक कृष्णा गौर द्वारा मांगी गई जानकारी में दिए गए जवाब के अनुसार। आंकड़े सिर्फ हत्या, लूट, अपरहण, बलात्कार, नकबजनी के हैं।)