भोपाल में कई बार मगरमच्छ तालाबों से निकलकर सड़क तक पहुंच जाते हैं। कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती है। हालांकि इन्होंने अब तक किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाया है। भगभदा डैम पर भी तीन से चार मगरमच्छ और घड़ियाल हैं। इसके अलावा बड़े तालाब में भी मगरमच्छ दिखने की खबरें आती रहती है।
मुस्तैद रहता है वन विहार
फारेस्ट विभाग के वन विहार ऐसी घटनाओं पर नजर रखता है। जब भी मगरमच्छ, घड़ियाल के दिखने की खबरें आती हैं तो वो अपनी टीम भेजकर इन्हें पकड़कर वन विहार में छोड़ देता है। कुछ माह पहले भी कलियासोत डैम में घड़ियाल मछली पकड़ने के जाल में फंस गया था। वन विभाग की टीम ने एक सप्ताह की मशक्कत के बाद उसे पकड़ा था।
वीडियो हुआ वायरल
सोमवार देर रात को भदभदा डैम के पास स्थित ज्यूडिशियल अकेडमी के पास स्थित टोल नाके पर यह मगरमच्छ पानी से बाहर निकलकर सड़क पर घूमते नजर आया। मगरमच्छ सड़क किनारे चलता रहा। पास से निकले एक ट्रक की आवाज और हैडलाइट देख वो डरा भी, लेकिन फिर बेखौफ होकर सड़क किनारे चलता रहा।
वन्य जीव भी आ जाते हैं सड़क पर
भोपाल शहर रातापानी सेंचुरी से लगा हुआ है। ऐसे में केरवा, कलियासोत और दानिशकुंज के इलाके घने जंगल वाले हैं और पानी भी भरपूर हैं। इसलिए यहां एक नहीं तीन बाघों ने अपना इलाका बना रखा है। वे यहां से रातापानी सेंचुरी से लगे कठोतिया तक निकल जाते हैं फिर वापस आ जाते हैं। पिछले कुछ दिनों तो एक तेंदुआ भी इसी रास्ते से शाहपुरा इलाके तक आ गया था। जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था।