सीएम कमलनाथ ने कहा कि किसान चिंता नहीं करें, प्रदेश सरकार उनके साथ है। किसानों की बर्बाद हुई फसलों का सर्वेक्षण कराया जाएगा।
आफत बनकर गिरे ओले, किसानों के निकले आंसू
मंदसौर और नीमच जिले में बुधवार को कई स्थानों पर ओले के रूप में आफत बरसी। कई गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे अफीम के साथ ही धनिया, गेहूं, सरसों समेत तमाम फसलों को भारी नुकसान हुआ था। आसपास के जिलों में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। मंदसौर कलेक्टर धनराजू एस ने कहा है कि ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे के निर्देश दिए हैं, बारिश और ओला प्रभावित क्षेत्रों में दलों को भेजा है। आंकलन के बाद नुकसान सामने आएगा।
किसानों ने की थी मुआवजे की मांग
मंदसौर में बड़वन, अफजलपुर, जोगीखेड़ा, धुंधड़का, टिडवास, हिगोरिया, भैंसोदा, दालौदा और गरोठ, सिताभऊ और नीमच के रामगढ़ में बूंदाबांदी के बाद ओले गिरने से भारी नुकसान हुआ।
इन फसलों को हुआ नुकसान
अफीम के फूलों के साथ ही ईसबगोल, मेथी, धनिया, गेहूं, सरसों की फसल ज्यादा लगाई जाती है, इसलिए इन फसलों को काफी नुकसान हुआ है। वहीं मडी में खुले में रखा हुआ लहसुन भी भारी बारिश में खराब हो गया।
यहां बारिश की चेतावनी
मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल, सागर एवं रीवा संभागों के जिलों में बारिश की संभावना है, जबकि भोपाल, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, होशंगाबाद एवं उज्जैन सभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश की संभावना है।
यहां गिरेंगे ओले
मौसम विभाग ने चेताया है कि रीवा, शहडोल, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल, भोपाल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में ओले गिरने की आशंका है। इस कारण यहां फसलों को नुकसान भी हो सकता है।