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MP में बिजली महंगी, मई में 20 फीसदी ज्यादा आएगा बिल, जानें क्यों

locationभोपालPublished: Apr 07, 2016 09:44:00 am

Submitted by:

Anwar Khan

नियामक आयोग ने फिक्स चार्ज, न्यूनतम प्रभार, न्यूनतम खपत से लगाई चपत

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भोपाल. बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं की जेब पर पिछले दरवाजे से चपत लगाई है। टैरिफ में बिजली दर में जो बढ़ोतरी आठ प्रतिशत तक बताई जा रही है, असल में वह 20 फीसदी का झटका देगी। पिछले दरवाजे से लगाई चपत से 100 रुपए का बिल 120 रुपए तक पहुंचेगा। एेसा इसलिए होगा क्योंकि बिजली बिल में छुपी हुई मदों में जमकर बढ़ोतरी की गई है। फिक्स चार्ज, न्यूनतम प्रभार के साथ ही न्यूनतम खपत जैसी मदों से उपभोक्ताओं की जेब पर छुरी चलाई गई है। 13 अप्रैल के बाद इन्हीं छुपी हुई मदों से आपका बिल बनेगा और मई मंे इसका झटका महसूस होगा।

हर 75 यूनिट पर बिल में 90 रुपए जुड़ेंगे

प्रति यूनिट तय टैरिफ के अलावा आपके बिजली बिल में प्रति 75 यूनिट के बाद 90 रुपए फिक्स चार्ज जुड़ जाएगा। इसके साथ ही न्यूनतम प्रभार भी तय किया है जो 60 रुपए है। यानि यदि खपत 100 यूनिट से भी कम है तो भी आपको 150 रुपए तो देने ही हैं। जिन उपभोक्ताओं के किसी कारण मीटर नहीं लगे और अनुमानित बिल दिए जाते हैं, उनपर भी 13 अप्रैल के बाद प्रतिमाह 90 रुपए का फिक्स चार्ज लगेगा। इसके अलावा प्रति यूनिट 5.10 रुपए अलग से टैरिफ रहेगा ही।

दुकानों और ऑफिस के लिए अब न्यूनतम खपत तय
बिजली का नया टैरिफ दुकानदारों-ऑफिस संचालकों पर भी भारी पड़ेगा। गैर घरेलू श्रेणी में आने वाले इन बिजली उपभोक्ताओं पर यूनिट दर के साथ प्रति किलोवॉट यानी प्रति 150 यूनिट खर्च पर 110 रुपए फिक्स चार्ज तो तय किया ही है, न्यूनतम खपत 360 यूनिट प्रतिकिलोवॉट तय कर दी है। यह भी दस किलोवॉट भार के लिए है। यानी किसी दुकान या ऑफिस का कनेक्शन 10 किलोवॉट तक है और वह किसी कारण से बंद भी रहती है तो भी दुकानदार-ऑफिस संचालक को 360 रुपए प्रति किलोवॉट की दर से कम से कम 3600 यूनिट का बिजली बिल भुगतान करना होगा। इसके लिए 5.75 रुपए प्रतियूनिट की दर से उसका बिजली बिल बनेगा। पिछले टैरिफ में एेसा कोई न्यूनतम प्रभार तय नहीं था। इस बढ़त का असर पार्लर, शो रूम, हॉस्पिटल, मेडिकल केयर फेसिलिटी, पब्लिक बिल्डिंग, गेस्ट हाउस, सर्किट हाउस, क्लब, रेस्टोरेंट, मिटिंग हॉल, मनोरंजन केंद्र, प्रोफेशनल्स चैंबर्स, कोचिंग व ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स, पेट्रोल पंप, टेलरिंग शॉप और इसी तरह की स्थापना पर पड़ेगा।

अस्थायी कनेक्शन पर अब 1000 रुपए का नया चार्ज
अस्थायी कनेक्शन पर 1000 रुपए का नया न्यूनतम प्रभार चुकाना होगा। इतना ही नहीं, प्रति यूनिट 7.30 रुपए के साथ ही 150 यूनिट खपत के बाद बिल में फिक्स चार्ज के 60 रुपए अतिरिक्त जुड़ जाएंगे।

इनका कहना है…
वैसे भी बाजार और उद्योग में मंदी है, लेकिन शासन इसका कोई ध्यान नहीं रख रहा। उन्हें पता है कि सीधी बढ़ोतरी करेंगे तो हल्ला मचेगा इसलिए पिछले दरवाजे से मदों मं बढ़ोतरी कर दी।
-योगेश गोयल, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र

बिजली कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर आपत्तियां आमंत्रित की जाती हैं। इसके लिए बकायदा जनसुनवाई की जाती है। उसके बाद ही निर्णय लिया जाता है, कोई भी काम चोरी छिपे नहीं किया जाता।
-शैलेंद्र सक्सेना, सचिव नियामक आयोग
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