बरखेड़ा पठानी की देशी और विदेशी शराब दुकान को आजाद नगर पंछी विहार में निमार्णाधीन शिव मंदिर से 300 फीट की दूरी पर शिफ्ट किया जा रहा है। शराब दुकान मंदिर के विरोध में आस-पास की रहवासी की महिलाएं बीते 10 दिन से धरने पर बैठी हैं। शुक्रवार को धरना स्थल पर जमीन मालिक के बेट को साथ पूर्व महापौर कृष्णा गौर पहुंची। कृष्णा गौर के सामने जमीन मालिक नारायण पाल के बेटे महेश पाल ने महिलाओं से सीधे तौर पर कृष्णा गौर को वोट देने की शर्त रखते हुए शराब दुकान खुलने से रोकने की बात कही। महेश पाल ने महिलाओं से कृष्णा गौर के समर्थन में नारे भी लगवाए। महिलाओं ने गौर को जबाव देते हुए कहा कि यदि शराब की दुकान नहीं खुलेगी तो हम आपको वोट देंगे। शराब दुकान खुली तो हम वोट नहीं देंगे। महिलाओं की बात सुन गौर ने शराब दुकान खुलने से रोकने का आश्वासन दिया और चली गईं।
महिलाएं अभी में कर रही प्रदर्शन
आजाद नगर पंछी विहार में शराब दुकान खोलने के विरोध में प्रदर्शन ककर रही महिलाओं ने कृष्णा गौर के आश्वासन के बाद भी धरना खत्म नहीं किया है। महिलाओं का तर्क है कि जब तक हमें लिखित में यह आश्वासन नहीं दिया जाता है यहां शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी, हम धरना खत्म नहीं करेंगे। महिलाओं ने बताया कि इससे पहले कांग्रेस के नेता भी आए थे, उन्होंने भी यही कहा कि हम तुम्हारे साथ हैं, शराब दुकान नहीं खुलने देंगे।
क्यों शिफ्ट की जा रहीं शराब दुकान?
बरखेड़ा पठानी की देशी-विदेश शराब दुकान को आधारशिला रोड पर आजाद नगर में शिफ्ट करने के पीछे मुख्य कारण यह है कि बरखेड़ा पठानी में बीते एक साल से शराब दुकान को विरोध हो रहा है। पिछले साल तो यहां पर महिलाओं ने शराबियों को लस्सी पिलाकर विरोध प्रदर्शन किया था। महिलाओं के विरोध के चलते शराब दुकान को शिफ्ट किया जा रहा है, लेकिन जहां शिफ्ट किया जा रहा है, वहां भी विरोध शुरू हो गया है।