साइबर ठगी और ब्लैकमेलिंग के तरीके
सेक्सटोर्शन: वीडियो कॉल के जरिये किसी अन्य डिवाइस या मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाकर चैट की जाती है। इसके बाद आरोपी संबंधित व्यक्ति के फोटो और वीडियो का स्क्रीन शॉट लेते हैं और वायरल करने की धमकी देकर रुपयों की मांग करते हैं। राजधानी में कार्यरत मेडिकल प्रोफेशनल इसी तरह की ठगी का शिकार हुआ। उसने ठगों को तीस हजार से अधिक रुपए भी दिए, जब डिमांड बढ़ती गई तो थाने में शिकायत की।
एक्सटोर्शन: ऑनलाइन लॉटरी के जरिये बैंक खातों में राशि आने समेत अन्य अपराधोंं में फंसाने के नाम पर रुपए ऐंठने का भी खेल जारी है। यूजर उन वेबसाइट्स पर विजिट कर अपनी जानकारी दर्ज करते हैं, जो खासतौर से इसी के लिए बनाई गई हैं। इसके बाद साइबर ठग दिल्ली या अन्य किसी शहर का पुलिस अफसर बनकर फोन लगाते हैं और किसी भी तरह के केस में संबंधित को वॉन्टेड बताते हैं। इसके एवज में मोटी रकम मांगी जाती है। भोपाल के निजी इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र भी इसी तरह के अपराध का शिकार हुआ है। जब साइबर ठग से उसके पुलिस अफसर होने की तस्दीक की गई तो उसने दिल्ली पुलिस के एक अफसर का फोटो और डीटेल भेजी। मामले की जंाच जारी है।
ब्लैकमेलिंग: सोशल मीडिया हुई दोस्ती के बाद फोटो-वीडियो, वीडियो एवं सामान्य चैट के स्क्रीन शॉट वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग के कई मामले सामने आए हैं। इसकी शिकार लड़कियां हो रही हैं। हाल ही में एक निजी कॉलेज की फस्र्ट ईयर की छात्रा से ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया। इस मामले में भोपाल और होशंगाबाद के युवकों की संलिप्तता मिली है। युवती ने ऑनलाइन फ्रेंड को कुछ फोटो और वीडियो भेजे थे, जिसे उसने अन्य लोगों को भेज दिए और उसे ब्लैकमेल करने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सेक्सटोर्शन: वीडियो कॉल के जरिये किसी अन्य डिवाइस या मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाकर चैट की जाती है। इसके बाद आरोपी संबंधित व्यक्ति के फोटो और वीडियो का स्क्रीन शॉट लेते हैं और वायरल करने की धमकी देकर रुपयों की मांग करते हैं। राजधानी में कार्यरत मेडिकल प्रोफेशनल इसी तरह की ठगी का शिकार हुआ। उसने ठगों को तीस हजार से अधिक रुपए भी दिए, जब डिमांड बढ़ती गई तो थाने में शिकायत की।
एक्सटोर्शन: ऑनलाइन लॉटरी के जरिये बैंक खातों में राशि आने समेत अन्य अपराधोंं में फंसाने के नाम पर रुपए ऐंठने का भी खेल जारी है। यूजर उन वेबसाइट्स पर विजिट कर अपनी जानकारी दर्ज करते हैं, जो खासतौर से इसी के लिए बनाई गई हैं। इसके बाद साइबर ठग दिल्ली या अन्य किसी शहर का पुलिस अफसर बनकर फोन लगाते हैं और किसी भी तरह के केस में संबंधित को वॉन्टेड बताते हैं। इसके एवज में मोटी रकम मांगी जाती है। भोपाल के निजी इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र भी इसी तरह के अपराध का शिकार हुआ है। जब साइबर ठग से उसके पुलिस अफसर होने की तस्दीक की गई तो उसने दिल्ली पुलिस के एक अफसर का फोटो और डीटेल भेजी। मामले की जंाच जारी है।
ब्लैकमेलिंग: सोशल मीडिया हुई दोस्ती के बाद फोटो-वीडियो, वीडियो एवं सामान्य चैट के स्क्रीन शॉट वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग के कई मामले सामने आए हैं। इसकी शिकार लड़कियां हो रही हैं। हाल ही में एक निजी कॉलेज की फस्र्ट ईयर की छात्रा से ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया। इस मामले में भोपाल और होशंगाबाद के युवकों की संलिप्तता मिली है। युवती ने ऑनलाइन फ्रेंड को कुछ फोटो और वीडियो भेजे थे, जिसे उसने अन्य लोगों को भेज दिए और उसे ब्लैकमेल करने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एक्सपर्ट व्यू
निजी जानकारी न करें शेयर
साइबर अपराधी सोशल मीडिया समेत अन्य इंटरनेट पर मौजूद साइट्स से डाटा उठाते हैं। सोशल मीडिया की प्रोफाइल पर मौजूद सिक्यूरिटी फीचर्स का इस्तेमाल जरूर करें। साथ ही ऑनलाइन चेटिंग के दौरान किसी से भी फोटो या वीडियो शेयर समेत निजी जानकारी शेयर न करें। इसके बावजूद यदि साइबर अपराध का शिकार होते हैं तो तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
योगेश पंडित, साइबर एक्सपर्ट
निजी जानकारी न करें शेयर
साइबर अपराधी सोशल मीडिया समेत अन्य इंटरनेट पर मौजूद साइट्स से डाटा उठाते हैं। सोशल मीडिया की प्रोफाइल पर मौजूद सिक्यूरिटी फीचर्स का इस्तेमाल जरूर करें। साथ ही ऑनलाइन चेटिंग के दौरान किसी से भी फोटो या वीडियो शेयर समेत निजी जानकारी शेयर न करें। इसके बावजूद यदि साइबर अपराध का शिकार होते हैं तो तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
योगेश पंडित, साइबर एक्सपर्ट
वर्जन
यदि कोई व्यक्ति इस तरह के साइबर अपराध का शिकार होता है तो तुरंत थाने में सूचना दें। साइबर अपराध का दायरा बढऩे के साथ ही अपराधी नई तकनीक का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया समेत इंटरनेट का उपयोग सावधानीपूर्वक करने से ऐसे अपराधों से बचा जा जा सकता है।
योगेश देशमुख, एडीजी, राज्य साइबर सेल
यदि कोई व्यक्ति इस तरह के साइबर अपराध का शिकार होता है तो तुरंत थाने में सूचना दें। साइबर अपराध का दायरा बढऩे के साथ ही अपराधी नई तकनीक का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया समेत इंटरनेट का उपयोग सावधानीपूर्वक करने से ऐसे अपराधों से बचा जा जा सकता है।
योगेश देशमुख, एडीजी, राज्य साइबर सेल