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एक हजार से अधिक मोबाइल नंबर और आइपी एड्रेस का इस्तेमाल साइबर ठगी में

locationभोपालPublished: May 16, 2022 10:06:10 pm

Submitted by:

manish kushwah

-देश के छह राज्यों से साइबर ठगों ने दिया अपराध को अंजाम

एक हजार से अधिक मोबाइल नंबर और आइपी एड्रेस का इस्तेमाल साइबर ठगी में

एक हजार से अधिक मोबाइल नंबर और आइपी एड्रेस का इस्तेमाल साइबर ठगी में

भोपाल. शहर, प्रदेश और देशों की सीमाओं से परे जाकर ठगी को अंजाम देने में पारंगत साइबर ठगों के निशाने पर मप्र के रहवासी भी हैं। हालांकि इन छिपे हुए ठगों की तलाश करने में राज्य साइबर सेल के अधिकारी जुटे हैं। सेल ने ठगी के मामलों की जांच के दौरान एक हजार से अधिक ऐसे मोबाइल नंबर और आइपी एड्रेस की पहचान की है, जिनसे ठगी को अंजाम दिया गया। जानकारी के मुताबिक तीन साल में मप्र में छोटी-बड़ी तकरीबन 100 करोड़ रुपए की ठगी की है। कोरोना काल में साइबर ठगों के निशाने पर लोग सबसे अधिक रहे। इन्होंने नए-नए तरीकों से वारदात कीं। इधर, साइबर ठगों की बात करें तो देशभर के 1700 से अधिक ठग राज्य साइबर सेल के रडार पर हैं। देश के अलग-अलग राज्यों से साइबर अपराध करने वालों की धरपकड़ के लिए राज्यों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान और अपराधियों की धरपकड़ सुनिश्चित करने के लिए समन्वय बेहतर करने की कवायद की गई है।
इन राज्यों से सबसे अधिक वारदात
सूत्रों के मुताबिक मप्र के रहवासियों के साथ हुई साइबर ठगी करने वाले दिल्ली, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के मोबाइल नंबरों से अपराध अंजाम देते हैं। अभी तक बिहार, झारखंड के क्षेत्र विशेष के लोग इस तरह की वारदात करते थे, पर अब इनका नया ठिकाना पश्चिम बंगाल और खासतौर से मुर्शिदाबाद और 24 परगना जिला है।
फर्जी दस्तावेजों से लीं 8 हजार सिम कराईं बंद
प्रदेश के ग्वालियर और आसपास के जिलों में भी साइबर अपराधियों की गतिविधियां बढ़ी हैं। जांच के बाद खुलासा हुआ कि बगैर दस्तावेजों का सत्यापन किए मोबाइल सिम बेची जा रही हैं, इन सिम का इस्तेमाल अपराधी ठगी में करते हैं। इसके बाद राज्य साइबर सेल ने 8 हजार सिम बंद कराई हैं। इसके लिए मोबाइल कंपनियों को पत्र लिखकर दस्तावेजों का सत्यापन कराया गया था, जिसमें ये फर्जी निकलीं।
सबसे अधिक प. बंगाल के ठग रडार पर
राज्य साइबर सेल की तकनीकी टीम की जांच में अब तक 1400 से अधिक साइबर ठग रडार पर हैं। इनमें सबसे अधिक 630 पश्चिम बंगाल के तो दिल्ली के 249 ठग हैं। झारखंड के 182, राजस्थान से 180 तो बिहार से 179 और हरियाणा से 116 ठगों और इनके द्वारा लगातार की जा रहीं साइबर ठगी की पहचान की गई है।

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