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संभलिए…ये बदमाश अकाउंट से गायब कर देते हैं पैसे

locationभोपालPublished: Oct 10, 2019 01:31:01 am

Submitted by:

Pushpam Kumar

साइबर ठगों का कारनामा

बैंक खाता हैक कर रजिस्टर्ड सिम बंद करा साफ कर देते थे रकम

बैंक खाता हैक कर रजिस्टर्ड सिम बंद करा साफ कर देते थे रकम

भोपाल. अंतरराज्यीय स्तर पर ठगी की घटना को अंजाम देने वाली गिरोह पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। राज्य सायबर सेल अंतरराज्यीय स्तर पर ठगी करने वाले दो शातिर जालसाजों को अहमदाबाद साबरमती जेल से भोपाल लाई है। आरोपियों की पहचान धौलपुर राजस्थान निवासी मातादीन सिकरवार और जमशेदपुर झारखंड निवासी संजय प्रकाश उपाध्याय के रूप में हुई है। मातादीन ट्रक ड्राइवर है, वह ठगी गई राशि को जमा करने के लिए फर्जी बैंक खाते उपलब्ध कराता है। जबकि संजय प्रकाश सीमेंट की बोरी बनाने की फैक्ट्री में काम करता है। उसका काम फर्जी आधार कार्ड से रजिस्टर्ड सिम को बंद करा नई सिम उपलब्ध कराने का है। सायबर सेल टीआई लोकपाल सिंह भदौरिया ने बताया कि 9 अप्रेल 2019 को सीहोर के एक व्यापारी ने शिकायत की कि उसके बैंक खाते से 16 लाख से अधिक रुपए गायब हो गए। तफ्तीश करने पर पता चला कि उसके खाते में बीएसएनएल की जो रजिस्टर्ड सिम थी, उसे बंद कराकर बैंक खाते को हैक किया गया। इसके बाद नई सिम पर ओटीपी लेकर पूरी राशि को एक साथ गायब कर दिया गया।
अहमदाबाद में 84 लाख रुपए खाते से निकाले
सायबर सेल टीआई लोकपाल सिंह भदौरिया ने बातया कि पकड़े गए ठग मई 2019 में अहमदाबाद में भी एक व्यापारी के बैंक खाते को साफ कर चुके हैं। व्यापारी के खाते से 84 लाख रुपए गायब किए थे। अहमदाबाद पुलिस ने इन ठगों को पकड़ा था। इधर, राज्य सायबर सेल पुलिस इनकी तलाश में थी। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सायबर सेल की टीम कडिय़ां जोड़ते हुए अहमदाबाद पहुंंची और ठगों को ट्रांजिट रिमांड पर भोपाल लाई।
सरगना नाइजीरिया से करता है ऑपरेट
टीआई लोकपाल सिंह ने बताया कि नाइजीरिया में बैठा सरगना रइसों से बैंक खातों की डिटेल एकत्रित करता है। इसके बाद उस खाते को हैक कर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की डिटेल निकालते हैं। इसके बाद जालसाजी का खेल शुरू होता है। एक ठग फर्जी बैंक खाते उपलब्ध करता है, जिसके एवज में बैंक खाता धारक को जमा की गई राशि का पांच प्रतिशत मिलता है। दूसरा ठग रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को बंद कराकर बैंक खाता हैक करने वाले को नई सिम का नंबर उपलब्ध कराता है। बैंक खाता हैक करने वाला जालसाज नए नंबर पर ओटीपी नंबर लेकर एक बार में पूरा खाते की राशि को साफ कर देता है। सायबर सेल बीएसएनएल सीहोर ऑफिस के कर्मचारियों को आरोपी बनाने का बात कर रही है। दलील है कि बीएसएनएल कर्मचारी ने बिना पड़ताल के पुराने सिम कार्ड को कैसे इश्यू कर दिया।
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