रहवासी क्षेत्रों में खूंखार वन्यजीव कभी भी आ सकता है। यही नहीं, प्रतिबंधित होने के बावजूद वन्यजीवों के विचरण क्षेत्र में देर रात लोगों की मौजूदगी और गतिविधियां जारी हैं। वन क्षेत्र से सटी अमरनाथ कॉलोनी, प्रखर होम्स, दानिश हिल व्यू, कान्हा कुंज, पैलेस आर्चिड, दामखेड़ा, सर्वधर्म, शाहपुरा, बाबा नगर, त्रिलंगा, आकाशगंगा आदि कई कॉलोनियों में जंगली जानवरों का खतरा बढ़ गया है। शाम से लेकर देर रात तक फिर से खतरा रहता है। पत्रिका एक्सपोज टीम ने रात में वन्यजीवों के विचरण वाले रिहायशी इलाकों का हाल देखा।
रात 11.45 बजे शाहपुरा सी सेक्टर की बाबा नगर बस्ती के सामने स्वर्ण जयंती पार्क के गेट पर बने कमरे बंद हैं। गेट अभी तक पूरा तैयार नहीं हो सका है। गेट के आसपास कई स्थानों से फेंसिंग और तार टूटे हुए हैं। यहां कोई भी आदमी या जानवर बेरोकटोक आवागमन कर सकता है।
पार्क के अंदर की कई लाइट्स बंद थींं। अंधेरा हुआ था। वन विभाग या पुलिस के गश्ती वाहन भी नहीं दिखाई दिए। बाबा नगर के सामने स्वर्ण जयंती पार्क में लोग शौच लिए जाते हैं। नहर और स्वर्ण जयंती पार्क के बीच बड़े-बड़े पेड़ हैं और घना अंधेरा रहता है, जिससे खतरा हो सकता है। यहां के लोगों का कहना है कि स्वर्ण जयंती पार्क से रात में जंगली कुत्तों, जंगली ***** की आवाजें सुनाई देती हैं। इस पार्क में कुछ अवांछित कृत्य भी किए जाते हैं।
रात 12.25 बजे कलियासोत तेरह गेट के पास पुल के ऊपर वाहन खड़ा कर शराबखोरी करते हुए मस्ती कर रहे थे। वन विभाग, टाइगर स्ट्राइक फोर्स, पुलिस या सिंचाई विभाग का एक भी कर्मचारी आसपास दिखाई नहीं दिया। वैसे पुल पर सिंचाई विभाग के कर्मचारी भी कभी-कभी दिखाई देते थे।
यहां पर टाइगर मूवमेंट लंबे समय से बना हुआ है। दूसरी ओर कलेक्टर ने धारा 144 लगाकर प्रवेश प्रतिबंधित कर रखा है, फिर भी किसी कोई रोक-टोक करने वाला दिखाई नहीं दिया। ऐसे में शिकारी तत्व कोई वारदात कर निकल जाएं तो पता भी नहीं चलेगा।
रात 1.04 बजे वाल्मी बैरियर पर वन विभाग के कर्मचारी हट के अंदर सो रहे थे। बैरियर पूरी तरह खुला हुआ था। वैसे तो चूनाभट्टी पुलिस यहां रोज करीब दस बजे तक दिखाई देती है और वनकर्मियों की पूरी रात ड्यूटी रहती है, लेकिन कोई बाहर तैनात दिखाई नहीं दिया।
शहर में तेंदुआ आने का रूट एक्सीलेंस कॉलेज के पास ईश्वर नगर बस्ती के नीचे नाले से होता हुआ कलियासोत नदी के किनारे-किनारे स्वर्ण जयंती पार्क होते हुए बताया जाता है। वह भोज यूनिवर्सिटी की टूटी हुई बाउंड्री से निकलकर सड़क क्रॉस कर भी आ चुका है। वहां से स्वर्ण जयंती पार्क, बाबा नगर होते हुए शाहपुरा पहाड़ी और आकाशगंगा कॉलोनी पहुंचा था। इस रूट पर कई जगह से सुरक्षा जालियां टूटी हुई हैं, जिनके सुधार की जरूरत है।
स्वर्ण जयंती पार्क में बिजली व्यवस्था सीपीए की सिविल विंग देखती है। गेट, फेंसिंग और लाइटिंग दुरुस्त करने के लिए उन्हें कहा जाएगा। सीपीए की टीम को सुबह उजाला होने के बाद शाम को सूर्यास्त से पहले पार्क बंद करने से पहले सावधानी रखेगी।
– संजय श्रीवास्तव, सीसीएफ, सीपीए-फॉरेस्ट
वन्यजीवों के मूवमेंट पर वन विभाग की टीम नजर रखती है। फिर भी एहतियातन कोलार, चूनाभट्टी और शाहपुरा थाना क्षेत्रों की पुलिस को लेपर्ड मूवमेंट एरिया में रात्रि गश्त बढ़ाने के लिए निर्देशित किया जाएगा।
– संपत उपाध्याय, एसपी-साउथ