पूर्व में लोगों की मांग के चलते बीसीएलएल की सिटी बसों का रूट बैरागढ़ चीचली से बढ़ाकर कालापानी तक जरूर कर दिया गया है। इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। उल्लेखनीय है कि कोलार रोड का क्षेत्र वर्ष 2014 तक नगरपालिका परिषद में आता था। वर्ष 2014 में निकाय चुनाव से पहले इस क्षेत्र को निगम में शामिल किया गया। उस समय विकास के जो सब्ज बाग रहवासियों को दिखाए गए, वे आज तक धरातल पर नहीं उतर पाए।
इस रोड पर गोल जोड़ तक तमाम कॉलोनियां बसा दी गई हैं। निगम की सीमा अभी तक बैरागढ़ चीचली नहर के दोनों किनारों तक ही सीमित है। बैरागढ़ चीचली के बाद इस रोड पर कई आवासीय परिसर, शादी गार्डन, पेट्रोल पम्प, स्कूल-कॉलेज आदि बन चुके हैं, लेकिन अभी तक स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है। इन कॉलोनियों में लगभग बीस हजार से अधिक की आबादी मानी जा रही है।
कॉलोनियों के अलावा बोरदा, इनायतपुर, गोंडीपुरा, थुआखेड़ा, कजलीखेड़ा, कालापानी आदि गांव भी बसे हुए हैं। रोजाना हजारों वाहनों का आवागमन भी इस सड़क से होता है। स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था सिर्फ बैरागढ़ चीचली गांव तक ही है। इससे आगे गोल जोड़ तक सड़क पर अंधेरा रहता है। रहवासियों का कहना है कि शाम ढलने के बाद इस रोड दुर्घटना या वारदात की आशंका बनी रहती है। फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दर्जनों कॉलोनियों में निवास करती हंै 20 हजार से अधिक की आबादी
स्ट्रीट लाइट नहीं होने से बना रहता है दुर्घटनाओं का डर
दिखवाया जाएगा
यह दिखवाया जाएगा सड़क किस विभाग की है। जिस विभाग की सड़क होगी, वही विभाग यहां पर स्ट्रीट लाइट लगवाएगा। पूर्व में ऐसा प्रस्ताव हुआ था कि शहर की सभी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट नगर निगम ही लगाएगा, लेकिन बाद में यह तय हुआ कि जिस विभाग की सड़क होगी, वही विभाग वहां पर स्ट्रीट लाइट लगवाएगा।
हरीश गुप्ता, उपायुक्त, नगर निगम