यह नजारा एमपीनगर स्थित लेकसिटी हॉस्पिटल का है। यहां कैंची छोला में रहने वाली 55 वर्षीय विमला लाहरिया भर्ती है, जो लंग्स कैंसर के थर्ड स्टेज से जूझ रही हैं। विमला ने इलाज कर रहे डॉक्टर से कहा था कि उसकी आखिरी इच्छा है कि वो मरने के पहले अपनी बेटी को शादी के लाल जोड़े में देख सकें। चूंकी विमला अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी बेटी का शादी पांच दिसंबर को हुई।
अपनी बेटी की शादी में शामिल ना होने दुखी विमला ने डॉक्टरों से कहा था कि वह एक बार अपनी बेटी और दामाद को देखना चाहती है। महिला की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए डॉक्टरों ने पूरा साथ दिया और उनकी बेटी निकिता को यह बात बताई। शादी के बाद बेटी अपने पति के साथ शनिवार को लेक सिटी अस्पताल पहुंची और मां का आशीर्वाद लिया।
अस्पताल में बंटी मिठाई, मरीजों ने दिया आशिर्वाद
जब निकित अपने पति के साथ अस्पताल पहुंची तो माहौल गमगीन हो गया। विमला की आंखों में आंखू देख वहां भर्ती अन्य मरीजों की आंखों में भी आंसू आ गए। यही नहीं वहां मौजूद कई नर्स भी अपने आसुंओं पर काबू नहीं पा सकी। बिस्तर पर लेटी मां ने बेटी और दामाद को गले लगाकर आशीर्वाद दिया। बेटी और दामाद से मिलकर मां अपनी बीमारी भूल गई। वह बार-बार बेटी और दामाद आशीर्वाद देकर प्यार करती रही।