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हॉस्टल में मिली 7 साल के बच्चे की लाश, पहुंचे मंत्री, मिली ये कमियां

locationभोपालPublished: Jan 17, 2020 05:09:40 pm

Submitted by:

Amit Mishra

गला दबाकर हत्या कर दी गई थी।

हॉस्टल में मिली 7 साल के बच्चे की लाश, पहुंचे मंत्री, मिली ये कमियां

हॉस्टल में मिली 7 साल के बच्चे की लाश, पहुंचे मंत्री, मिली ये कमियां

भोपाल@ हरीश दिवेकर की रिपोर्ट…
आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम बच्चे की मौत के बाद राजधानी के शासकीय अनुसूचित जनजाति बालक माध्यमिक आश्रम शाला पहुंचे। शाला में पहुंच कर मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने हॉस्टल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई अनियमित्ताएं सामने आई है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल में 56 बच्चे रहते है और 56 बच्चों के रहने के बाद भी हॉस्टल के किचन में प्रार्यप्त सब्जियां नहीं मिली। साथ ही बच्चों के सोने के गद्दे भी थे फटे-पुराने मिले।

दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी
इतना ही नहींहॉस्टल की खिड़कियां भी थी टूटी हुई मिली। जिस जगह पर बच्चे की मौत हुई थी मंत्री ने वहां का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के बादआदिमजाति कल्याण मंत्री ने अपने बयान में कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


गला दबाकर हत्या कर दी गई थी
आदिमजाति कल्याण मंत्री ने बच्चे के परिवार को 2 लाख की सहायता राशि देते ही परिजनों का आश्वसन दिया की जल्द से जल्द दोषियों का सजा होगी। गौरतलब है कि बुधवार से लापता 7 साल के बच्चे की दो दिन पहले गला दबाकर हत्या कर दी गई थी।

ये है मामला
शासकीय अनुसूचित जनजाति बालक माध्यमिक आश्रम शाला में सात साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी गई। उसका शव बाथरूम में मिला था। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में हाथ से गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई थी। इधर, ज्यादती की आशंका के चलते बच्चे का पीएम करने वाली टीम ने स्लाइड्स बनाकर रख लिए हैं। बच्चे की हत्या किस वजह से की गई, इसका खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस ने गार्ड,चपरासी और बच्चों से पूछताछ कर रही है।

बुधवार शाम से लापता हो गया था मासूम
कलेक्टर ने अधीक्षिका रेचलराम और पर्यवेक्षक अधिकारी शकील कुरैशी को निलंबित कर दिया है। मूलत: बोरपानी गांव सीहोर निवासी राजेश खरते मिसरोद में रहकर मेहनत-मजदूरी करते हैं। उनका छोटा बेटा सूरज(7) अजजा, बालक माध्यमिक आश्रम शाला, पटेल नगर पिपलानी में पहली कक्षा में पढ़ता था। बुधवार शाम छह बजे सूरज अचानक लापता हो गया था।

बाथरूम में बेसुध हालत में पड़ा मिला
आश्रम में रह रहा सूरज से दो साल बड़ा उसका भाई दीपक ने उसकी तलाश शुरू की। बुधवार शाम साढ़े सात बजे दीपक को उसका छोटा भाई आश्रम के ग्राउण्ड फ्लोर में बने क्लास रूम के बाथरूम में बेसुध हालत में पड़ा मिला। उसने आश्रम के पहरेदार को बताया। स्टाफ उसे पास स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से जेपी अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टर ने जांच करते ही मृत घोषित कर दिया। सूरज का इसी साल दाखिला हुआ था। जबकि उसका बड़ा भाई दूसरी में पढ़ता है। वह दो साल से आश्रम में रह रहा है।

56 बच्चों को छोड़कर वार्डन घर चली गई
आश्रम में पहली से आठवीं तक के 56 बच्चे रहते हैं। दीपक का कहना है कि बुधवार शाम को वार्डन मैडम आई थीं। इसके बाद चली गईं। जब उन्हें चौकीदार ने घटना के बारे में बताया तब वह आईं। आश्रम में सीसीटीवी तक नहीं लगे हैं।

भंडारे में खिलाया बच्चों को खाना
दीपक का कहना कि वार्डन मैडम ने बुधवार दोपहर को कहा कि आज शाम को खाना नहीं बनेगा। उन्होंने सभी को आश्रम के पास आयोजित भंडारे में खाना खाने भेजा था। खाना खाने के बाद सभी बच्चे आश्रम में आए और टीवी देखने लगेे।

मवेशियों की तरह बच्चों को रखा जाता है
सूरज के पिता राजेश खरते ने आरोप लगाया कि बच्चों को मवेशियों की तरह आश्रम में रखा जाता है। उन्हें दूध-पौष्टिक आहार नहीं दिया जाता। बच्चों का आहार आश्रम का स्टाफ डकार जाता है। बच्चों को नहाने-कपड़े धाने के लिए साबुन तक नहीं दिए जाते।


बच्चे गंदे कपड़े पहनने को मजबूर हैं। स्टाफ से बोलने पर कहा जाता है कि अधिकारियों से समस्या को लेकर बात करो। सालों से स्कूल में टीचर नहीं है। मौजूद स्टाफ भी पढ़ाने की सिर्फ औपचारिकता पूरा करते हैं।


अंधेरे में आधा घंटे तक तलाशा, तब मिला
शाम करीब साढ़े सात बजे रहे होंगे। मैं और मेरा छोटा भाई सूरज आश्रम में साथियों के साथ टीवी देख रहे थे। इसी बीच छोटा भाई लापता हो गया। जब वह नहीं आया तो मैं उसे तलाशते हुए छत में पहुंचा। इसके बाद क्लास रूम में देखने गया। जहां बाथरूम के डेहरी में सूरज पड़ा मिला। उसके शरीर का आधा हिस्सा बाथरूम की तरफ था, जबकि सिर बाथरूम से बाहर था। मैंने तुरंत चौकीदार अंकल को बताया।
दीपक, सूरज का बड़ा भाई

सीसीटीवी कैमरे तक नहीं
-गार्ड जगदीश, चपरासी ने एम्बुलेंस देर से बुलाई
-बच्चा जब कमरे से नीचे आया तो चपरासी और गार्ड की नजर उस पर क्यों नहीं पड़ी।
-बच्चों के बीच हुए विवाद में सुनवाई आखिरकार क्यों नहीं होती थी।
-आश्रम में कुछ अनैतिक गतिविधियां भी हो रहीं थीं जिससे छात्र डरे हुए थे।
-सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे मिले।

सभी बच्चों के साथ सूरज टीवी देख रहा था। इसी बीच वह बाथरूम करने नीचे गया। जब वह वापस नहीं लौटा तो उसका बड़ा भाई पहुंचा।
रेचल राम, आश्रम वार्डन, अधीक्षिका

खाना खाने के बाद सभी बच्चे टीवी देखने लगे। इसी बीच दीपक ने बताया कि भैया उठ नहीं रहा है।
संतोष कलावर, चपरासी

आश्रम के स्टॉफ से भी पूछताछ की जा रही है। बच्चों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
संजय साहू, एएसपी

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