इस वजह से बढ़ रही है तेजी से संख्या
सरकारी जमीनों पर झुग्गी में रह रहे लोगों को विस्थापित करने के लिए हाउसिंग फॉर ऑल प्रोजेक्ट चल रहा है। शहर की प्राइम लोकेशनों पर कई जगह प्रोजेक्ट आ चुके हैं, जैसे मेट्रो के रूट पर पुल बोगदा पर आजाद नगर बस्ती की 250 झुग्गी। अब इनको शिफ्ट करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। प्रशासन इनको हाउसिंग फॉर ऑल के तहत बने मकानों में शिफ्ट करना चाहते हैं, लेकिन मेट्रो का मुख्य जंक्शन बनने के कारण ये लोग यहां से पीछे होने को तो तैयार हैं, लेकिन इस क्षेत्र को छोडऩा नहीं चाहते।
प्राइम लोकेशन की झुग्गी ज्यादा महंगी राजधानी में तेजी से विकास हो रहा है, ऐसे में जमीनों की कमी पड़ रही है। जिले की कई सैकड़ा हैक्टेयर जमीन पर अलग-अलग लोकेशन पर झुग्गी बसी हैं। इसमें काफी प्राइम लोकेशन हैं। उदाहरण के लिए अगर वल्लभ भवन के सामने किसी बड़े प्रोजेक्ट या सरकारी काम के लिए जमीन की जरूरत पड़ी तो यहां बनी झुग्गियों को शिफ्ट करने के लिए कड़ी मश्क्कत करनी होगी। इन्हीं कारणों की वजह से शहर की प्राइम लोकेशन पर झुग्गी की डिमांड ज्यादा है। वहीं शहर से सटे आउटर में झुग्गी की कीमत 20 से 40 हजार रुपए है। अधिकांश के सौदे 50-100 रुपए के दान पत्र पर ही होते हैं।
2018 के सर्वे में सर्किल के आधार पर बसी झुग्गी हुजूर– 8500
गोन्दिपुरा 6290 टीटी नगर 5500
बैरागढ़ 6800 शहर वृत 2541
बैरसिया 865 —————-
बड़ी बस्ती झुग्गियां अन्ना नगर–800 से ज्यादा इंदिरा नगर 4000
ईश्वर नगर 4000
वल्लभ नगर व भीम नगर 2500
रूप नगर 1000 दुर्गा नगर 500 से ज्यादा
दामखेड़ा 300 से ज्यादा झुग्गी कोलार 2000 से ज्यादा
——————— 16 साल से अटका मास्टर प्लान, कई सड़कों पर ही बसी झुग्गी
– शहर विकास का ड्राफ्ट मास्टर प्लान पिछले 16 साल से अटका पड़ा है। वर्ष 2005 के मास्टर प्लान में जो सड़कें 30 मीटर चौड़ी थीं, वह नए नक्शों में 12 से 15 मीटर ही रह गईं।
– भोपाल विकास योजना 2005 का नियोजन क्षेत्र 601 वर्ग किलोमीटर और 2031 के लिए प्रस्तावित योजना क्षेत्र 1,016.9 वर्ग किलोमीटर है। ऐसे में कई स्थानों की जमीनों का लैंडयूज भी बदला जाएगा। बड़ी संख्या में झुग्गी हटेंगी।
– मास्टर प्लान की 26 सड़कें नहीं बन पाईंमास्टर प्लान में तय की गई करीब 26 सड़कें आज तक नहीं बन सकीं। अतिक्रमण और भू-अर्जन की वजह से ये अटकी हुई हैं। – सिंगारचोरी रेलवे क्रॉसिंग से बैरसिया रोड 4.47 किलोमीटर तक की सड़क पर अवैध कॉलोनियां कट चुकी हैं। औरा मॉल से शाहपुरा सी-सेक्टर की 1.56 किमी. तक की सड़क पर प्लॉटिंग और झुग्गी बसी हैं।
जय सिंह, दलाल, कान्हासैया सवाल: कान्हासैया में एक झुग्गी चाहिए मिल जाएगी? जवाब: झुग्गी मिल जाएगी, अगर प्लॉट की जरूरत हो तो बताओं वो भी है। सवाल: फिलहाल तो एक झुग्गी की जरूरत है, एक मजदूर के लिए चाहिए?
जवाब: मिल जाएगी, रेट थोड़ा ज्यादा हो गया है, सख्ती काफी हो गयी है। करीब 70 हजार रुपए देने होंगे। सवाल: ये तो बहुत ज्यादा हैं, इतने में तो शहर में मिल जाएगी, रेट कम करो।
जवाब: अभी तो यही रेट है, लेना हो तो बता देना। वर्जन झुग्गी के मामले में लोगों को हाउसिंग फॉर ऑल के तहत घर देकर शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए हाल ही में 13 हैक्टेयर जमीन और निगम को दी है। रहा सवाल अतिक्रमण का तो अफसर इन पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। कई अवैध कॉलोनी और झुग्गियों को हटाया गया है। नए अतिक्रमणों पर अफसरों की निगाह रहती है।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर