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सुल्तानिया अस्पताल में रात भर गुल रही बिजली नतीजा वेंटीलेटर पर प्रसूता की मौत

locationभोपालPublished: Jul 14, 2018 07:48:44 am

Submitted by:

Bhalendra Malhotra

डिलेवरी के बाद आईसीयू में भर्ती भी प्रसूता, गुरुवार सुबह करीब पांच बजे हुई थी मौत

sultaniya hospital

सुल्तानिया अस्पताल में रात भर गुल रही बिजली नतीजा वेंटीलेटर पर प्रसूता की मौत

भोपाल. सुल्तानिया अस्पताल में पलंग से गिरने से हुई प्रसूता की मौत के मामले को एक दिन भी नहीं गुजरा और एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही का मामला सामने आया गया। बुधवार गुरुवार दरमियानी पूरी रात बिजली गुल रही जिससे वेंटीलेटर बंद हो गया जिससे प्रसूता की मौत हो गई। घोर लापरवाही इसलिए क्योंकि वेंटीलेटर में तीन से चार घंटे का बैकअप होता है। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने उस महिला को बचाने की कोई पहल नहीं की। हालांकि प्रबंधन ऐसी किसी भी घटना से इंकार रहा है। उसका कहना है कि बिजली जरूर गई थी लेकिन अस्पताल के कर्मचारी सारी रात जेनरेटर में डीजल डालते रहे।
जानकारी के मुताबिक करोंद निवासी जागृति को तीन दिन पहले सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती किया था। बुधवार शाम प्रसव के बाद जागृति की तबीयत बिगड़ गई और उसे वेंटीलेटर पर रखना पड़ा। जानकारी के मुताबिक जागृति को खून की बहुत ज्यादा कमी हो गई थी। इसी दौरान अस्पताल में बिजली गुल हो गई। बिजली बुधवार शाम से ही बार बार जा रही थी। बताया जा रहा है कि इसके चलते ट्रांसफार्मर भी उड़ गया। पूरी रात बिजली आती जाती रहीे और इसी बीच वेंटीलेटर बंद हो गया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह हुआ कि गुरुवार सुबह करीब पांच बजे जागृति की मौत हो गई।
प्रबंधन का दावा, नहीं हुई दिक्कत
मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बिजली तो गई थी लेकिन अस्पताल में जेनरेटर की व्यवस्था है। हालांकि यह बात भी सही है कि बिजली सारी रात नहीं थी लेकिन अस्पताल का स्टाफ लगातार उसमें डीजल डालने का काम कर रहा था। अस्पताल में किसी मरीज को दिक्कत नहीं हुई।
संभागायुक्त ने दिए जांच के आदेश
इधर गुरुवार को पलंग से गिर कर प्रसूता की मौत के मामले में संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने संज्ञान लिया है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन और अधीक्षक को पूरे मामले की जांच करने के आदेश भी दिए हैं।
सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि यह सही नहीं है कि लाइट ना होने से वेंटीलेटर बंद हो गए। अस्पताल के कर्मचारी सारी रात जेनरेटर में डीजल डालते रहे। ऑटो चेंजिंग के दौरान कुछ देर बिजली बंद जरूर हुई थी लेकिन वह भी एक या दो मिनट के लिए। महिला की मौत सामान्य कारणों से हुई होगी।
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