scriptभोपाल : जुलाई में हो जाएगा फैसला, बीआरटीएस कॉरिडोर रहेगा या टूटेगा | decision on brts corridor in july | Patrika News

भोपाल : जुलाई में हो जाएगा फैसला, बीआरटीएस कॉरिडोर रहेगा या टूटेगा

locationभोपालPublished: Jun 20, 2019 07:42:44 pm

Submitted by:

Devendra Kashyap

25 जून को निरीक्षण करने आ रही दिल्ली की टीम
सीएसआईआर टीम की रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा तोड़ने का निर्णय
इसी टीम की रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली में तोड़ा गया था कॉरिडोर

brts

भोपाल : जुलाई में हो जाएगा फैसला, बीआरटीएस कॉरिडोर रहेगा या टूटेगा

भोपाल। यहां पर बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने का काम जल्द शुरू हो सकता है। इस बात की जानकारी प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने दी। इस बाबत उन्होंने बताया कि 25 जून को सीएसआईआर (सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट) की टीम निरीक्षण करने भोपाल आयेगी। यह टीम अपनी रिपोर्ट जुलाई में देगी। नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि सीएसआईआर टीम की रिपोर्ट के बाद तोड़ने का निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि ये वही टीम है जिसके रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली का कॉरिडोर तोड़ा गया था।
2016-2018 तक 21 मौत

24 किमी के इस कॉरिडोर में 2016 से 2018 के बीच 121 एक्सीडेंट के मामले सामने आये थे, जिसमें 21 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि आये दिन हो रहे हादसे को देखते हुए कई बार व्यापारियों ने इसे हटाने की मांग की थी। व्यापारियों की मांग को देखते हुए नगरीय विकास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने इसे हटाने का वादा किया था। बता दें कि इस कॉरिडोर की जगह-जगह रैलिंग टूटी हुई है और सड़क उखड़ चुकी है। इस कॉरिडोर पर हर कदम पर हादसों का डर रहता है। यहीं नहीं, इस कॉरिडोर के कारण संतनगर में कारोबर लगभग ठप हो चुका है। 16 जनवरी को नगरीय विकास मंत्री ने व्यापारियों को भरोसा दिया था कि जल्द ही इस कॉरि़डोर को हटा दिया जाएगा।
brts
खजाने करने होंगे खाली

भले ही सीएसआईआर टीम की रिपोर्ट पर नगरीय विकास मंत्री जयवर्द्धन सिंह हटाने की बात कर रहे हैं लेकिन इसे हटाने में सरकार को खजाने खाली करने होंगे। बताया जा रहा है कि इस कॉरिडोर को बनाने में जितना खर्च हुआ था, उसका लगभग 40 फीसदी राशि हटाने पर खर्च करने होंगे।
समस्या जस की तस

जिस उद्देशय से इस कॉरिडोर का निर्माण करवाया गया था, वह सफल नहीं हो पाया है। दरअसल, जब इसका निर्माण करवाया गया था, तब कहा गया था कि हर पांच मिनट में बस चलेगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। अक्सर कॉरिडोर खाली ही रहता है जबकि आम लोगों के लिए बनी लेन में ट्रैफिक जाम रहता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो