मानसिक रूप से तनावग्रस्त होंगे
एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने कहा कि राज्यपाल का परीक्षा करवाने का निर्णय गलत है। इससे प्रदेश के लाखों छात्रों की जान खतरे में आ सकती हैं ऐसे में अगर परीक्षा कराई जाती है तो लाखों छात्र-छात्राओं को कोरोना संक्रमण फैलने का भी अत्यधिक डर रहेगा जिससे कि वह मानसिक रूप से तनावग्रस्त होंगे।
छात्र-छात्राएं वह काफी परेशान
जिला अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि हमने राज भवन पहुंचकर जो परीक्षाएं करवाई जा रहे हैं उस पर विरोध जताया है क्योंकि यहां परीक्षा करवाने का उचित समय नहीं है ऐसे में प्रदेश के निजी महाविद्यालय विश्वविद्यालय के आदेश के बाद भी छात्र छात्राओं के ऊपर परीक्षा शुल्क और महाविद्यालय का शुल्क जमा करने के लिए अत्यधिक दबाव बना रहे हैं ऐसे में जो निर्धन परिवार के छात्र-छात्राएं वह काफी परेशान हैं।