scriptडिफाल्टर्स का नाम बोर्ड में नहीं लिखा जाए, चुकाने लगे उधारी | Defaulters should not be named on board, repaying borrowings | Patrika News
भोपाल

डिफाल्टर्स का नाम बोर्ड में नहीं लिखा जाए, चुकाने लगे उधारी

थोक वस्त्र व्यवसाय संघ की नई योजना आई काम

भोपालApr 25, 2019 / 09:19 pm

Rohit verma

dovelepment

डिफाल्टर्स का नाम बोर्ड में नहीं लिखा जाए, चुकाने लगे उधारी

भोपाल/संत हिरदाराम नगर. बैरागढ़ थोक कपड़ा व्यवसाय संघ के निर्णय ने व्यापारियों को ड़ूबत कर्ज की रिकवरी करने में सहायता की है। बाजार में बरसों पुरानी उधारी वापस आने लगी है। डूबती उधारी का ग्राफ नीचे आ गया है। यह बाजार में डिफाल्टरों के लिए ब्लैक बोर्ड लगने के बाद हुआ है।

बरसों से बाजार से गायब फुटकर व्यवसायी व्यापारियों के यहां पहुंचकर कह रहे हैं कि हमारा नाम बोर्ड पर मत लिखना हम पैसे लौटा देंगे। थोक कपड़ा व्यापारी लंबे समय से पुराने बकाएदारों से परेशान हैं। संघ के अध्यक्ष वासुदेव वाधवानी के मुताबिक बोर्ड लगने के बाद हमें करीब आधा दर्जन आवेदन मिले थे। आवेदन के आधार पर संघ ने बकाएदारों को नोटिस भेजकर बकाया रकम जल्द जमा न करने पर नाम सार्वजनिक करने को कहा था। 

 

चार बाजारों में लगाए गए बोर्ड, उसमें लिखा कारण
वाधवानी ने बताया कि संत नगर में मुखर्जी मार्केट, नेहरू मार्केट, बस स्टैंड, शापिंग काम्पलेक्स में ब्लैक रंग के बोर्ड लगाए गए हैं। जिस पर लिखा गया है कि समय-सीमा का उल्लंघन करने वाले बकायादारों के नाम लिखे जाएंगे। जिसे संत नगर में खरीदी करने आने वाले छोटे व्यापारी व ग्राहक देखकर अश्चर्यचकित हं।

उधारी से परेशान थे व्यापारी इसलिए लिया फैसला : संत नगर के थोक वस्त्र व्यवसाय संघ ने फैसला लिया था कि संत नगर के बाजारों में ब्लैक बोर्ड लगवाएं, जिसमें समय-सीमा का उल्लंघन करने वाले बकायादारों का नाम लिखा जाएगा। थोक वस्त्र व्यवसाय संघ पदाधिकारियों ने बताया कि संघ के व्यापारी बकायादारों से परेशान रहते हैं।

संत नगर व्यापारिक क्षेत्र होने से यहां दूर-दूर से ग्राहक खरीददारी करने आते हैं। ग्राहक तो खरीदारी करके नकद भुगतान कर जाता है, पर फुटकर व्यापारी उधारी में सामान ले जाते हैं। उन्हें एक समय सीमा देने के बाद भी वह बकाया राशि नहीं चुका पाते हैं। ऐसे में व्यापारियों को लाखों रुपए की चपत लग जाती है।

वह एक दूसरे से अपनी परेशानी बयां नहीं कर पाता है, इसलिए हमने उनके नाम को सार्वजनिक करने के लिए नया फरमान निकाला, जिससे काफी फायदा हुआ है।

Home / Bhopal / डिफाल्टर्स का नाम बोर्ड में नहीं लिखा जाए, चुकाने लगे उधारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो