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राज्यपाल की कुलपतियों को हिदायत, परीक्षा परिणामों और डिग्री वितरण में विलंब बर्दाश्त नहीं, जिम्मेदारों पर होगा एक्शन

locationभोपालPublished: Jul 30, 2021 12:22:41 am

कुलपतियों से संवाद में राज्यपाल ने दिए कड़े निर्देश

राज्यपाल की कुलपतियों को हिदायत, परीक्षा परिणामों और डिग्री वितरण में विलंब बर्दाश्त नहीं, जिम्मेदारों पर होगा एक्शन

राज्यपाल की कुलपतियों को हिदायत, परीक्षा परिणामों और डिग्री वितरण में विलंब बर्दाश्त नहीं, जिम्मेदारों पर होगा एक्शन

भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कुलपतियों को हिदायत दी कि छात्र हित के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और देरी को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विलंब के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्य यह सोच कर किए जाने चाहिए कि यदि ऐसा मेरे साथ होता तो मुझे कैसा लगता, यह भाव कार्य में संवेदनशीलता लाता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा, परिणाम, डिग्री देने के कार्यों में देरी के मामलों में विद्यार्थी की भावनाओं और पेंशन प्रकरण में विलंब पर सेवानिवृत्त के समय हमें कैसा लगेगा, यदि इसे ध्यान में रख कर कार्य किया जाएगा तो कार्य में कभी भी विलंब नहीं होगा। राज्यपाल ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, जीवाजी विश्वविद्यालय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, विक्रम विश्वविद्यालय, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, महाराजा छत्रसाल, विश्वविद्यालय, महर्षि पणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय और छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ चर्चा के दौरान यह बात कही।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह का आयोजन पूर्व निर्धारित तिथि पर अनिवार्यत: आयोजित करने की व्यवस्था हो। उन्होंने विश्वविद्यालयों को स्वच्छता के प्रति सजग और सक्रिय रहने के निर्देश दिए है। विश्वविद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों को ग्रामीण अंचल में जनजागृति के कार्यों में भी जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी अध्यादेशों और अधिनियमों का प्रभावी पालन हो, यह सुनिश्चित करना कुलपतियों का दायित्व है। वित्तीय नियंत्रण को प्रभावी बनाने और ऑडिट और एकॉउन्टिंग के कार्यों में आवश्यकता अनुसार विशेषज्ञ परामर्श की व्यवस्थाएं भी की जा सकती है।
प्राध्यापकों के रिक्त पदों की पूर्ति के प्रयास हों –
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए। प्राध्यापकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए शीघ्र प्रयास किये जाए। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयासों पर विशेष बल दिया जाना चाहिए। रोजगार मेलों का आयोजन सुनियोजित रणनीति के अनुसार किया जाना चाहिए। बैठक में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने विश्वविद्यालय की प्रशासनिक संरचना, शैक्षणिक गतिविधियों शोध, अनुसंधान और नवाचार के कार्यों, विकास के प्रयासों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन, एकेडमिक कैलेंडर, प्रवेश, परीक्षाओं, परिणामों और डिग्री प्रदान करने संबंधी कार्यों, रिक्त और बैकलॉग पदों की पूर्ति के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया।
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