इससे पहले के ट्वीट में स्वामी ने लिखा कि सिंगरौली के कुछ वकीलों ने सोमवार को मुलाकात कर मुझे सिंगरौली की भयावह स्थिति बताई। अंबानी के पॉवर प्लांट से वहां हवा, पानी और जमीन में जहर घुल रहा है। प्लांट की राखड़ से वहां का खान-पान भी प्रदूषित हो गया है। स्वामी ने दावा किया, वे यह मुद्दा नवंबर में उठाएंगे। इस पर कुछ लोगों ने ट्वीट कर मामले की उच्च स्तर पर जांच कराने की बात कही।
वकीलों ने की थी स्वामी से मुलाकात
सिंगरौली में प्रदूषण और विस्थापितों की समस्याओं पर काम करने वाले अधिवक्ता अश्विनी दुबे के नेतृत्व में वकीलों ने स्वामी से मुलाकात कर सिंगरौली की समस्याएं बताई थीं। दुबे का आरोप है कि सिंगरौली के सासन पॉवर प्रोजेक्ट सहित तापीय परियोजनाओं से प्रदूषण का ग्राफ बढ़ रहा है।
सिंगरौली में प्रदूषण और विस्थापितों की समस्याओं पर काम करने वाले अधिवक्ता अश्विनी दुबे के नेतृत्व में वकीलों ने स्वामी से मुलाकात कर सिंगरौली की समस्याएं बताई थीं। दुबे का आरोप है कि सिंगरौली के सासन पॉवर प्रोजेक्ट सहित तापीय परियोजनाओं से प्रदूषण का ग्राफ बढ़ रहा है।
राखड़ सीधे रिहंद बांध में जा रही है। इससे पानी में मरकरी, आर्सेनिक जैसे विषैले तत्वों की मात्रा बढ़ रही है। रिलायंस की मुहेर कोल माइंस से सासन पावर प्लांट तक कोयला सप्लाई के लिए 16 किमी लंबी कन्वेयर बेल्ट लगाई है। इसके प्रदूषण से मुहेर, भकुआर, अमलोरी, नौगढ़ समेत आधे दर्जन गांवों में फसलें प्रभावित हो रही हैं।
स्वामी के ट्वीट पर कंपनी की चुप्पी
स्वामी के ट्वीट पर जब रिलायंस पॉवर कंपनी के सीइओ श्रीकांत कुलकर्णी से बात की तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले में कोई बात नहीं करना चाहता। उधर, सासन पॉवर के पीआरओ अजीत चतुर्वेदी ने कहा कि सब कुछ नियमानुसार हो रहा है। इससे ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं।
स्वामी के ट्वीट पर जब रिलायंस पॉवर कंपनी के सीइओ श्रीकांत कुलकर्णी से बात की तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले में कोई बात नहीं करना चाहता। उधर, सासन पॉवर के पीआरओ अजीत चतुर्वेदी ने कहा कि सब कुछ नियमानुसार हो रहा है। इससे ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं।