राजधानी में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शहर के अलग अलग कॉलोनियों में एेसे प्लॉट हैं जो लंबे समय से खाली हैं। इन प्लॉटों में बारिश का पानी भरा हुआ है, जिनमें डेंगू को लार्वा पनप रहे हैं। शहर में एेसे प्लॉटों की संख्या करीब सात हजार है। लेकिन नगर निगम और मलेरिया विभाग की टीमें यहां ना तो दवा छिड़काव का काम कर रही है ना ही इन प्लॉट मालिकों पर कोई जुर्माना। ऐसे में शहर में डेंगू संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका है।
खाली प्लाटों में जल भराव मालूम हो कि बीते साल नगर निगम ने शहर में खाली प्लॉटों का सर्वे किया था। सर्वे में पांच हजार प्लॉट खाली मिले थे, वहीं इस साल यह संख्या बढ़कर अब सात हजार तक पहुंच गई है।
निगम ने ऐसे प्लाटों पर कार्रवाई के लिए राजस्व विभाग को हिदायत दी थी। नियमों के मुताबिक निगम कर्मी एेसे प्लॉट मालिकों को नोटिस देते हैं, लेकिन ज्यादातर प्लाट धारकों ने नोटिस को हवा में उड़ा दिया।
कभी नहीं होती सफाई
खाली प्लाट मालिकों में से ज्यादातर प्लाट खरीदकर इन्हें जस का तस छोड़ देते हैं और इनकी कीमत बढऩे का इंतजार करते हैं। ऐसे प्लाट मालिक रहते कहीं और हैं और प्लाट कहीं और खरीदते हैं। लिहाजा ये इन प्लाटों की न तो कभी सफाई करवाते हैं और न ही फि ***** करवाते हैं। बहुतेरे तो बाउंड्री तक नहीं बनवाते।
आंकड़े
145275 घरों में किया गया सर्वे
14684 घरों में मिला डेंगू फैलाने वाले लार्वा
1752258 कंटेनरों में देखा गया लार्वा
18245 कंटेनरों में मिले लार्वा को किया नष्ट
410 मरीज अब तक मिले डेंगू पॉजीटिव
4500 से ज्यादा डेंगू के संदिग्ध मरीज मिले
खाली प्लॉटों पर जुर्माना किया जा रहा है। इसके साथ ही खाली प्लॉटों में डीजल डलवाने और उन्हें खाली कराने का काम भी किया जा रहा है।
राजेश राठौर, अपरआयुक्त, नगर निगम भोपाल