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पेड़ों की शिफ्टिंग के लिए एजेंसी तय करने की कवायद के बीच गैमन प्रोजेक्ट के पास काट दिए कई पेड़

locationभोपालPublished: Oct 23, 2019 01:36:53 am

Submitted by:

Ram kailash napit

स्मार्ट सिटी के एबीडी प्रोजेक्ट का दायरा बढ़ाने से तीन हजार से अधिक पेड़ों पर आया संकट

Trees

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भोपाल. साउथ टीटी नगर में गैमन के पास बड़े व पुराने पेड़ों की शिफ्टिंग की कवायद शुरू करने के दावों के बीच कई पेड़ों को तने से काट दिया गया है। ये स्थिति तब है जब स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कॉर्पोरेशन एजेंसी तय करके अगले महीने से पेड़ों की शिफ्टिंग की बात कह रहा है। ऐसे में पेड़ों में चलाई जा रही आरी स्मार्ट सिटी की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है। मंगलवार को सड़क चौड़ीकरण के लिए पेड़ों की कटाई की गई। 70 साल से अधिक पुराने आम समेत अन्य प्रजाति के पेड़ों को तने से काट दिया गया। कुछ पेड़ों की डालियां काटी गई हैं। मालूम हो कि स्मार्ट सिटी के एबीडी प्रोजेक्ट का दायरा बढऩे के साथ ही साउथ टीटी नगर के तीन हजार से अधिक पेड़ों पर संकट खड़ा हो गया है।
पेड़ काटने की अनुमति नहीं दिखा पाए कर्मचारी

पेड़ों की कटाई की सूचना मिलने पर वृक्ष मित्र सुनील दुबे, चंद्रशेखर तिवारी सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे और पेड़ काटने की अनुमति मांगी। कर्मचारी ऐसी कोई भी अनुमति नहीं दिखा सके। इधर, स्मार्ट सिटी के प्रभारी इंजीनियर ओपी भारद्वाज का कहना है कि बेहद जरूरी पेड़ ही काटे जा रहे हैं। शिफ्टिंग के लिए एजेंसी तय होते ही पेड़ोंको कलियासोत नदी किनारे और बैरागढ़ में शिफ्ट किया जाएगा।
शिफ्टिंग के लिए 32 लाख के बजट का दावा
स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में बड़े व पुराने पेड़ों को शिफ्ट किया जाएगा। शिफ्टिंग से पहले मिट्टी की जांच की जाएगी। वैज्ञानिक तरीके से होने वाली इस शिफ्टिंग में सुपरवाइजरों की देखरेख में सुरक्षित लोडिंग व ट्रांसर्पोटेशन का दावा है। जिस कंपनी को ये काम सौंपा जाएगा उसे छह महीने तक पेड़ों की देखरेख करनी होगी। पानी-खाद के साथ ही मिट्टी की नमी की समय-समय पर जांच का जिम्मा भी इसी के पास होगा। इस पूरी कवायद के लिए 32 लाख रुपए का बजट रखा गया है।
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