दिग्विजय ने कहा कि सितंबर 2019 में जाकिर नाइक ने बयान में कहा था कि मोदी और शाह ने अपना एक संदेशवाहक भेजा था। इसके माध्यम से जाकिर नाइक को कहा गया था कि वह आर्टिकल 370 हटाने का समर्थन करे। इसके बदले सरकार उसके खिलाफ सारे केस बंद कर देगी और उसे भारत आने दिया जाएगा।
दिग्विजय ने पूछा कि मोदी और शाह ने जाकिर नाइक के इस बयान की निंदा क्यों नहीं की। दिग्विजय ने इस संबंध में जाकिर नाइक का एक वीडियो भी ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। दिग्विजय ने आगे प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि जो उनसे असहमत है, उसे मनाओ, नहीं मानता है तो उसे धमकी दो, फिर भी नहीं मानता है उसे पद या पैसे की लालच दो, फिर भी नहीं मानता है तो उस पर झूठे आरोप लगा कर बदनाम करो, मान जाता है तो सारे आरोप ख़ारिज और नहीं मानता है तो उस पर राष्ट्रद्रोही होने का आरोप लगाओ और खूब प्रचारित करो, यदि ऐसा मौक़ा आता है जब उसका उपयोग किया जा सकता है तो वे वही करते हैं जिसका उल्लेख ज़ाकिर नाइक ने किया है।
जाकिर को लेकर आ चुके हैं विवाद में
दिग्विजय 2012 में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर विवादों में घिर गए थे। इस कार्यक्रम में दिग्विजय के शामिल होने का वीडियो सामने आया था। इसमें वे इस्लामिक उपदेशक जाकिर की तारीफ करते दिख रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में कहा था, मैं खुश हूं कि जाकिर पूरी दुनिया में शांति का संदेश फैला रहे हैं। बाद में उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा था, हां, मैं उस कार्यक्रम में शामिल था। ये वीडियो 2016 में जाकिर पर प्रतिबंध लगने के बाद वायरल हुआ था।