दिग्विजय ने शिकायत में कहा है कि प्रदेश के पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के अनेक ग्रामों में रेत माफिया सक्रिय हैं। जिला प्रशासन और खनिज अधिकारी सभी मिलकर भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और खनिज मंत्री के संरक्षण में अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं। अजयगढ़ तहसील के जिन ग्रामों में रेत का कारोबार चल रहा है वे सभी उत्तर प्रदेश के कर्वी और बांदा जिलों से लगे हैं इन गांवों से रेत माफिया प्रतिदिन सैकड़ों डम्फर रेत दोनों राज्यों में बेच रहे हैं। जिस रेत माफिया रसमीत सिंह मल्होत्रा द्वारा यह कारोबार चलाया जा रहा है, उस पर पूर्व में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के कलेक्टर ने 17 करोड़ रुपए की रिकवरी का पत्र होशंगाबाद कलेक्टर को भेजा था। रसमीत सिंह हरियाणा में भी रेत खनन का काम कर रहा था। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री चौटाला के रिश्तेदारों ने भी धोखाधड़ी की एक एफआईआर दर्ज करा रखी है।
उन्होंने कहा कि पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील में निजी खेतों से रेत निकालने के लिये रसमीत मल्होत्रा ने अपने और अपने कर्मचारियों के नाम से सैकड़ों किसानों से जमीन के उपयोग का इकरारनामा करा रखा है। ये सारा गोरखधंधा जिला प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। खनिज विभाग की मिली भगत से प्रतिमाह करोड़ों रूपये की रेत अवैध रूप से निकालकर बेची जा रही है। दिग्विजय ने लोकायुक्त से इस मामले में करोड़ों रूपये की रेत चोरी और अवैध खनन पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो राजनेता रेत माफिया को पनाह दे रहे हैं उनके गठजोड़ की भी जांच होना चाहिये। पूर्व मुख्यमंत्री ने शिकायत के साथ लोकायुक्त को स्थानीय जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पांडे का पत्र भी संलग्न कर किया है। जिसमें रेत माफिया के कारनामों की विस्तृत जानकारी है।